बोलते सब हैं सुनता वही है जिसे प्रेरणा मिलती है: पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री
छतरपुर। बोलने वाले बहुत हैं लेकिन दिव्यांगों, मूकबधिरों की करूण व्यथा को सुनने वाले कम ही होते हैं। ईश्वर की प्रेरणा से निर्वाणा फाउण्डेशन के संजय सिंह ने दिव्यांगों के जीवन को बेहतर करने के लिए लाखों रूपए के पैकेज को ठोकर मार दी। यह बात बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने उस वक्त कही जब वे निर्वाणा फाउण्डेशन के आश्रम की आधारशिला रख रहे थे। इस अवसर पर पूर्व विधायक आलोक चतुर्वेदी पज्जन, बिजावर विधायक राजेश शुक्ला बबलू, समाजसेवी लोकपाल सिंह सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। बागेश्वर धाम के समीप गढ़ा तिराहा से कुछ दूरी पर समाजसेवी संस्था निर्वाणा फाउण्डेशन का आश्रम बनाए जाने के लिए भूमिपूजन किया गया।
भूमिपूजन करने पहुंचे बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर महाराजश्री ने कहा कि संजय सिंह ने उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोडऩे का बीड़ा उठाया है जो इस धरती में आने के बाद भी गुमनाम है। दिव्यांगों को बोलना और जिन्हें कोई नहीं जानता उनका नाम सभी तक पहुंचाने का दायित्व संजय सिंह निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बागेश्वर धाम के समीप आश्रम बनने से मानवता और आध्यात्म का समागम होगा। जहां एक ओर बागेश्वर धाम से आध्यात्म की गंगा बह रही है और जनकल्याण हो रहा है वहीं निर्वाणा फाउण्डेशन उन बच्चों, महिलाओं और पुरूषों को सहारा देगा जिनकी कोई पहचान ही नहीं है। कार्यक्रम के प्रारंभ में वैदिक मंत्रों के साथ पूजा अर्चना हुई। पूर्व विधायक पज्जन चतुर्वेदी ने महाराजश्री को पगड़ी पहनायी।
बिजावर विधायक ने श्रीराम दरबार की प्रतिमा और शॉल-श्रीफल भेंट किया। बबलू शुक्ला ने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि उनकी विधानसभा में यह आश्रम बन रहा है जो भी संभव मदद होगी वह करने के लिए तत्पर रहेंगे। फाउण्डेशन के कर्ताधर्ता संजय सिंह ने अपने उद्बोधन में पिछले एक दशक की संस्था की यात्रा के बारे में उन्होंने बताया कि किन परिस्थितियों में यह फाउण्डेशन तैयार होकर यहां तक पहुंचा है। दिव्यांग बच्चियों ने बनाए दीपक, महाराजश्री ने की सराहनाभूमिपूजन अवसर पर बागेश्वर महाराज ने इस आश्रम में रहने वाले 75 लोगों के परिवार की सराहना की। उन्होंने दिव्यांगों द्वारा बनाए गए दीपकों की सराहना करते हुए कहा कि बागेश्वर धाम में होने वाले सामूहिक कन्या विवाह के अवसर पर इन दीपकों को कन्याओं को भेट किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बच्चियों की कला अद्भुत है। बच्चियों ने हम होंगे कामयाब गीत सुनाकर सबकी आंखें गीली कर दीं।