प्रदेश सरकार ने समय रहते कई ताबड़तोड़ फैसले लिए जिस वजह से 7 राज्यों की सीमाओं से घिरे छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) राज्य में कोरोना पीड़ितों की कुल संख्या अब तक 59 पहुंची है. जबकि पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के भयानक हालात किसी से छूपा नहीं है. कोरोना प्रभावित राज्यों की सूची में जहां एक ओर मध्यप्रदेश टॉप टेन में शामिल है तो वहीं महाराष्ट्र पहले पायदान पर है. कोरोना से जंग में जनते हैं छत्तीसगढ़ के उन 7 बड़े फैसलों के बारे में जिसकी चर्चा देशभर में हो रही है.
1:-सबसे पहले लॉकडाउन
देश में जैसे ही कोरोना वायरस ने दस्तक दी छत्तीसगढ़ सरकार ने राजधानी रायपुर में पहला केस आने के बाद तत्काल बाद अंतरराज्यीय परिवहन स्थगित कर दिया गया, जिसका लाभ यह हुआ कि अन्य छत्तीसगढ़ अन्य राज्यों से आने वाले संक्रमण से अछूता रहा. इतना ही नहीं देश में लॉकडाउन लागू होने से पहले छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रदेश में 23 मई को ही लॉकडाउन लागू कर दिया था.2:-शराब की होम डिलेवरी
4 मई लॉकडाउन के तीसरे चरण का पहला दिन शराब दुकानों पर किलोमीटर नापने वाली लंबी कतार, पुलिस प्रशासन के हटते ही सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाती तस्वीरों के सामने आने के बाद सरकार ने ऑनलाइन शराब विक्रय का भी निर्णय लिया, और ना केवल ऑनलाइन शराब बल्कि का निर्णय लिया गया बल्कि खरीदी लिमिट को भी बढ़ाकर सरकार ने दुकानों की भीड़ को कम करने की ओर पहल की, जिस बात की चर्चा देशभर में की जा रही है.
3:-नोडल अधिकारियों की नियुक्ति
छत्तीसगढ़ सरकार का अमला काफी बड़ा और विस्तृत है बावजूद इसके कोरोना संक्रमण को रोकने एक-एक कार्य के लिए एक-एक अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की, राज्य सरकार ने तकरीबन दस अलग-अलग कार्यों के लिए अलग-अलग नोडल अफसर बनाए, साथ ही एक सेंट्रल कमांड सेंटर की भी स्थापना की गई इनके माध्यम से ना केवल संक्रमण की मॉनिटरिंग की जा रही बल्कि गुण-दोष के आधार पर निर्णय भी लिए जा रहे हैं.
4:- पढ़ाई तुंहर दुवार
लॉकडाउन के दौरान स्कूली छात्रों को शिक्षा से सतत जोड़े रखने को लेकर राज्य सरकार ने पढ़ई तुंहर दुवार नाम से एप लांच कर ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था की, इस ऐप के माध्यम से छत्तीसगढ़ के लाखों छात्र-छात्राओं ने ना केवल इसका लाभ लिया बल्कि कई मौकों पर इसका इस्तेमाल भी किया.
5:-कोटा से बच्चों की वापसी
राजस्थान के कोटा में फंसे बच्चों की वापसी को लेकर जब देशभर में उहापोह की स्थिति थी उस वक्त छत्तीसगढ़ सरकार ने तकरीबन 100 बसें भेज कर 2250 बच्चों की वापसी कराई जिस बात की चर्चा पूरे देश भर में जोर-शोर से की गई.
6:-एक लाख से अधिक श्रमिकों की वापसी
लॉकडाउन के दौरान छत्तीसगढ़ राज्य के ऐसे मजदूर-श्रमिक और उनके परिवार जो अन्य राज्यों में फंसे हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने ना केवल उनके लिए वहां पर्याप्त इंतजाम किए बल्कि उनके वापसी को लेकर भी काफी हद तक तैयारी कर ली गई है.
7:-ऑनलाइन सब्जी विक्रय
लॉकडाउन में सब्जी बाजारों में बढ़ती भीड़ को देखते हुए लॉकडाउन के पहले चरण में ही सरकार ने ऑनलाइन पोर्टल लांच कर सब्जी-भाजी, फल-फ्रूट का विक्रय ऐप के माध्यम से करने का निर्णय लिया जिसका लाभ लाखों लोगों ने किया.
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