- स्वास्थ्य विभाग ने बीमारों, यूरोप से लौटे और कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आए लोगों के ही लिए थे सैंपल
- अब मोबाइल वैन संभावितों, निमाेनिया के मरीजों आैर अन्य लोेगों के घरों तक पहुंचेगी सैंपल लेने के लिए
दैनिक भास्कर
Apr 04, 2020, 08:46 AM IST
रायपुर. एक ओर जब पूरे देश और दुनिया में कोरोनावायरस के संक्रमण को लेकर हड़कंप मचा हुआ है, ऐसे में छत्तीसगढ़ में राहत और सुखद खबरें हैं। प्रदेश में अब तक 1412 लोगों के सैंपल लिए गए। इनमें से 1234 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। यानी कि महज 0.63 फीसदी लोग ही संक्रमित मिले। ये सैंपल ऐसे लोगों के थे, जो बीमार थे, यूरोप से लौटे थे या फिर कोरोना मरीज के संपर्क में अाए थे। अब निमोनिया वाले मरीजों का भी सैंपल लिया जा रहा है, जो इलाज के बाद भी ठीक नहीं हो रहे हैं।
अब तक 5 जिलों में ही सामने आए पॉजिटिव

अब तक रायपुर के अलावा भिलाई, राजनांदगांव, बिलासपुर व कोरबा में कोरोना के मरीज मिले हैं। सबसे ज्यादा 498 संदिग्ध रायपुर में मिले हैं, जिनमें 431 की रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है, 32 की रिपोर्ट आना बाकी है। 23 जिलों के अस्पतालों ने अब तक ऐसे मरीज को रिफर नहीं किया है, जिसकी कोरोना की जांच की जरूरत है। फिर भी, सरगुजा संभाग में 123 व बस्तर संभाग में 160 संदिग्धों का सैंपल लेकर जांचा गया था और सभी निगेटिव पाए गए।
और ऐसा हुआ क्योंकि…
- देश में 22 मार्च को जनता कर्फ्यू लगा पर छत्तीसगढ़ में 21 को बाजार बंद हो गए
- जांच किट कम हुईं तो प्रदेश सरकार ने अपने संसाधन से किट का इंतजाम किया
- सीएम खुद सड़क पर उतरे, तुरंत फैसले लिए, भीड़ कहीं जमा ही नहीं होने दी
अब संभावितों के घर-घर दस्तक देंगे स्वास्थ्य कर्मचारी
सैंपल एकत्र करने के लिए अब मोबाइल वैन संभावितों के घर-घर जाएगी और सैंपल लेगी। सरकार का मानना है कि डोर टू डोर सैंपल कलेक्शन से कोरोना जांच में काफी तेजी आएगी। सैंपल कलेक्शन के लिए मोबाइल एंबुलेंस में सभी सुविधा और जरूरी मेडिकल इक्विपमेंट के साथ विशेषज्ञ मौजूद रहेंगे। एंबुलेंस में मौजूद लैब टेक्नीशियन पीपीई किट, एन-95 मास्क और अन्य सुरक्षा उपकरण पहनकर एक-एक कर सभी संभावितों का सैंपल कलेक्शन करेंगे।
शिशुरोग विभाग शिफ्ट किया जाएगा शांति नगर के निजी अस्पताल में
कोरोना के संभावित खतरे को देखते हुए अंबेडकर अस्पताल को अब कोरोना अस्पताल बनाया जा रहा है। अस्पताल में अब केवल कोरोना पीड़ितों को ही भर्ती किया जाएगा। कैंसर और रेडियो डायग्नोसिस विभाग को छोड़कर सभी विभाग सरकारी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल डीकेएस और जिला अस्पताल पंडरी में शिफ्ट किए जाएंगे। पीडियाट्रिक यानी बच्चों का विभाग शांतिनगर के एक निजी अस्पताल में शिफ्ट किया जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने बताया कि ऑब्स एंड गायनी विभाग को जिला अस्पताल पंडरी में शिफ्ट किया जाएगा। पीडियाट्रिक विभाग के लिए निजी अस्पताल का चयन किया जा चुका है। बाकी विभाग और सारे मरीज डीकेएस में शिफ्ट कर दिए जाएंगे। अंबेडकर अस्पताल में कोरोना के हिसाब से रिनोवेशन का काम एक-दो दिन में शुरू कर दिया जाएगा। रिनोवेशन के बाद यहां के वार्डों को कोरोना के मरीजों के हिसाब से आइसोलेशन वार्ड में तब्दील किया जाएगा। अस्पताल में 700 से 800 बेड रहेंगे। अस्पताल में जरूरत के हिसाब से नए वेंटीलेटर व जरूरी मेडिकल उपकरण मंगाए जा रहे हैं।
अब घर बैठे लें ई-पास, सीएम ने किया एप लांच, मिलेंगी 22 प्रकार की सुविधाएं
आवश्यक सेवाओं में लगे लोगों के लिए जिला प्रशासन से पास में दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। अब मोबाइल एप से ही पास बन सकेंगे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रायपुर जिला प्रशासन के सीजी कोविड-19 “ई-पास“ एनराइड एप का शुभारंभ किया। इसके जरिए 22 प्रकार की आवश्यक सेवा के परिवहन में लगे सेवा प्रदाताओं को ऑनलाइन आवागमन की स्वीकृति आसानी से मिल सकेगी। कोविड-19 ई-पास की अनुमति की पूरी प्रक्रिया अत्यधिक सरल हैै। इसके लिए https://rebrand-ly/z9k75qp लिंक पर जाकर कोविड-19 ई-पास एप डाउनलोड करना होगा।
जरूरी चीजों की दुकानें शाम नहीं , दोपहर में बंद करने की तैयारी

लॉकडाउन में जरूरी बाजारों को खुलने की अनुमति देने की वजह से लोगों की भीड़ बढ़ रही है। सुबह 9 से दोपहर 1 बजे तक सड़कों पर बड़ी संख्या में गाड़ियां दिखने के साथ ही हर बाजार में हजारों की संख्या में लोग जमा हो रहे हैं। कई जिले कवर्धा, बिलासपुर, दुर्ग जगहों पर दुकानें खुलने का समय सुबह 9 से दोपहर 2 बजे तक ही रखा गया है। कई जिलों में यह समय केवल 12 बजे तक का है। इससे सड़कों पर लोगों की भीड़ कम जुटती है। इस तरह की टाइमिंग अब रायपुर में भी लागू करने की तैयारी की जा रही है।
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