भारतीय जनता पार्टी (BJP) और शिवसेना के बीच लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सोमवार को सीटों के बंटवारे पर सहमति बन सकती है. कहा जा रहा है कि तमाम नोकझोंक के बाद भी दोनों पार्टियां साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ेंगी. दोनों के बीच हुए समझौते के मुताबिक,
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह मुंबई में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुलाकात कर सकते हैं और सीटों के बंटवारे का ऐलान कर सकते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, महाराष्ट्र में 48 लोकसभा सीटों में बीजेपी 25 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है, जब कि 23 सीटों पर शिवसेना चुनाव लड़ेगी.
BJP President Amit Shah to meet Shiv Sena Chief Uddhav Thackeray in Mumbai, today. (File pics) pic.twitter.com/ANh2a3vljw
— ANI (@ANI) February 18, 2019
हालांकि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में दोनों पार्टियां साथ लड़ेंगी या नहीं इस पर अभी कुछ साफ नहीं हो पाया है. क्योंकि शिवसेना की मांग है कि मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार उसकी पार्टी होगा, जब कि बीजेपी ने आधे-आधे टर्म का प्रस्ताव दिया है. गौरतलब है कि शिवसेना के अपनी सहयोगी बीजेपी के साथ संबंधों में काफी तल्खी आई है.
गठबंधन में रोड़ा कहां अटका है?
बीजेपी फिलहाल 50-50 फीसदी सीटों पर चुनाव लड़ने का फॉर्मूला देकर गठबंधन कायम रखना चाह रही है लेकिन शिवसेना महाराष्ट्र में बड़े पार्टनर की भूमिका चाहती है. शिवसेना जानती है कि महाराष्ट्र यूपी के बाद सबसे बड़ा राज्य है जहां 48 लोकसभा सीटें हैं. पिछले चुनाव में बीजेपी और शिवसेना 41 सीट जीत पाने में कामयाब हुए थे इसलिए महाराष्ट्र बीजेपी के लिए बेहद महत्वपूर्ण राज्य है.
शिवसेना बिहार की तर्ज पर सीटों का बंटवारा चाहती है, जहां दोनों पार्टी के बीच बराबरी का बंटवारा हो और राज्य की सत्ता की कमान हर हाल में शिवसेना के हाथों होगा, इसको लेकर पहले ही सहमति हो जाए. जाहिर है, दोनों पार्टियां एक-दूसरे के बगैर चुनाव में जाने का नुकसान समझती हैं लेकिन इसको लेकर किस हद तक समझौता किया जाए वो सीमा तय होता दिखाई नहीं पड़ रहा है. समय बेहद कम है और शिवसेना प्रधानमंत्री के खिलाफ राफेल से लेकर राम मंदिर जैसे मुद्दे पर लगातार हमले कर रही है.