भोपाल। भगवान परशुराम जी को न्याय के देवता के रूप में जाना जाता है। उन्होंने आततायियों का नाश करने के लिए फरसा उठाया था। उनकी प्रेरणा से मध्यप्रदेश की धरती पर गुंडे, बदमाश, नक्सलियों की खैर नहीं है। प्रदेश सरकार पूरी ताकत के साथ अभियान चला रही है। मध्य प्रदेश में धर्म-संस्कृति की रक्षा करने वाले ब्राह्मणों के कल्याण के लिए ब्राह्मण कल्याण बोर्ड की स्थापना की जाएगी। उक्त बातें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज गुफा मंदिर में कहीं। वे यहंा पर भगवान परशुराम जयंती पर आयोजित ’अक्षयोत्सव 2023’ कार्यक्रम में शामिल हुए थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों में 3,547 संस्कृत शिक्षकों की नियुक्त कर दी गई है। प्रदेश के मंदिरों के पुजारियों को प्रति माह ₹5 हजार भत्ता और संस्कृत पढ़ने वाले कर्मकांडी बच्चों को स्कॉरशिप देनी की पहल की गई है। मुख्यमंत्री ने लालघाटी स्थित गुफा मंदिर प्रांगण में आयोजित भगवान परशुराम जी के जन्मोत्सव कार्यक्रम में शामिल होने के पूर्व शोभा यात्रा में सहभागिता भी की। इस दौरान जगह-जगह श्रद्धालुओं द्वारा मुख्यमंत्री जी का पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया। आपको बता दें कि शनिवार को परशुराम जयंती के मौके पर बागेश्वर धाम के प्रमुख पंडित धीरेंद्र शास़्त्री भी गुफा मंदिर पहुंचे थे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बागेश्वर धाम जी सरकार का स्वागत कर उनका आशीर्वाद भी प्राप्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार ने एक निर्णय और लिया है कि मंदिरों की गतिविधियों पर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं रहेगा। जितनी जमीन मंदिरों के नाम है, उनको कलेक्टर नीलाम नहीं करेंगे, बल्कि उनको पुजारी ही नीलाम कर सकेंगे।