नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ सहित कई स्थानों पर हिंसक विरोध प्रदर्शन हुआ है। इस लखनऊ के परिवर्तन चौक इलाके में प्रदर्शनकारियों ने 20 मोटरसाइकिलों, 10 कारों, 3 बसों और मीडिया की 4 ओबी वैन को आग के हवाले कर दिया। संभल जिले में प्रदर्शनकारियों ने रोडवेज की बस में आग लगा दी, जिसके बाद पुलिस ने बल प्रयोग कर उन्हें खदेड़ा। लखनऊ में भी हिंसक प्रदर्शन हुए हैं। परिवर्तन चौक, हजरतगंज, मदेयगंज, खदरा के बाद ठाकुरगंज में भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया।
हजरतगंज में हिंसक भीड़ ने एक पुलिस चौकी में आग लगा दी। पुराने लखनऊ में भी हिंसा फैली। पुलिस ने उपद्रवियों पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। मदेयगंज पुलिस चौकी के बाहर खड़ी दो बाइकों में प्रदर्शनकारियों ने आग लगा दी।लखनऊ में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने बताया, ‘सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने के आरोपी तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। फवाद, सदन अली और अली मुल्ला खान को शहर के विभिन्न हिस्सों से गिरफ्तार किया गया और जेल भेज दिया गया।’ नागरिकता संशोधन कानून को लेकर उत्तर प्रदेश में कई संगठनों ने गुरुवार को विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया था।
समाजवादी पार्टी भी इस आंदोलन में शामिल रही। इसके मद्देनजर राज्य में धारा 144 लागू की गई है।उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओ.पी. सिंह ने बताया, ‘मेरठ में आपत्तिजनक पर्चे बांटने वाले तीन लोगों सहित बुधवार रात 62 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। तीन हजार लोगों को शांतिभंग में पाबंद किया गया है। कृपया कोई भी व्यक्ति किसी भी विरोध प्रदर्शन में हिस्सा न लें। माता-पिता से भी अनुरोध है कि वे अपने बच्चों की काउंसलिंग करें।’ वाराणसी समेत पूर्वांचल के जिलों में समाजवादी पार्टी ने धरना-प्रदर्शन किया। बेनियाबाग-चेतगंज मार्ग पर प्रतिवाद मार्च निकाल रहे भाकपा (माले) कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोक दिया। बेनियाबाग मैदान में प्रदर्शन करने पहुंचे लोगों को बसों में भरकर कहीं ले जाया गया।समाजवादी पार्टी भी इस आंदोलन में शामिल रही। इसके मद्देनजर राज्य में धारा 144 लागू की गई है।उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओ.पी. सिंह ने बताया, ‘मेरठ में आपत्तिजनक पर्चे बांटने वाले तीन लोगों सहित बुधवार रात 62 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। तीन हजार लोगों को शांतिभंग में पाबंद किया गया है। कृपया कोई भी व्यक्ति किसी भी विरोध प्रदर्शन में हिस्सा न लें। माता-पिता से भी अनुरोध है कि वे अपने बच्चों की काउंसलिंग करें।’ वाराणसी समेत पूर्वांचल के जिलों में समाजवादी पार्टी ने धरना-प्रदर्शन किया। बेनियाबाग-चेतगंज मार्ग पर प्रतिवाद मार्च निकाल रहे भाकपा (माले) कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोक दिया। बेनियाबाग मैदान में प्रदर्शन करने पहुंचे लोगों को बसों में भरकर कहीं ले जाया गया।