भोपाल। मध्य प्रदेश में गुरुवार सुबह होने वाला मंत्रिमंडल विस्तार फिलहाल टल गया है। पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला (Rajendra Shukla) और गौरीशंकर बिसेन (Gaurishnkar Bisen) की विधानसभा चुनाव से 100 दिन पहले मंत्री बनने की हसरत पर चंद्रयान-3 (Chandrayan-3) का ग्रहण लग गया है। MoonMission के चलते वअब उन्हें शिवराज सिंह चौहान (Shivraj singh Chouhan) कैबिनेट में शामिल होने के लिए एक-दो दिन इंतजार करना पड़ सकता है या फिर हो सकता है कि वह दिन अब आए ही नहीं। दरअसल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने करीबी सिपाहसालार राजेंद्र शुक्ला और गौरी शंकर बिसेन को मंत्री बनाना शुरू से चाह रहे थे। लेकिन बीजेपी आलाकमान और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) इसकी अनुमति नहीं दे रहे थे। चुनाव से ठीक पहले अब विंध्य के दिग्गज ब्राह्मण नेता शुक्ला और महाकौशल में पंवार वोटो के महारथी बिसेन को मंत्री बनाने की शिवराज की दलील मानी गई और उन्हें मंत्रिमंडल विस्तार की अनुमति मिल गई। मुख्यमंत्री ने दोनों नेताओं को भोपाल आने और यहीं रहने के निर्देश दिए। बिसेन ने तो जश्न का भी इंतजाम कर लिया।
मुख्यमंत्री ने मंगलवार से रात राज्यपाल से मुलाकात कर मंत्रिमंडल विस्तार (Cabinet expansion) की अपनी इच्छा से उन्हें अवगत कराया और समय मांगा। पूरी संभावना जताई गई कि बुधवार शाम मंत्रिमंडल विस्तार हो जाएगा, लेकिन चांद की धरती पर शाम को चंद्रयान के उतरने के इवेंट के चलते शपथ समारोह आयोजित नहीं किया गया। इसके बाद पार्टी के तमाम बड़े नेता गुरुवार को सुबह मंत्रिमंडल विस्तार की संभावना जता रहे थे। साथ ही इन दोनों के अलावा मंत्रिमंडल की बाकी दोनों खाली पद भरने पर बुधवार रात चर्चा कर निर्णय लेने के लिए सीएम हाउस में देर रात बैठक हुई। इस बैठक में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, भाजपा राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय मुख्यमंत्री के साथ बैठे, लेकिन नाम पर सहमति नहीं बन सकी। इसके बाद देर रात मुख्यमंत्री ने गुरुवार का अपना छिंदवाड़ा और बैतूल जिले का दौरा कार्यक्रम जारी कर दिया और गुरुवार रात सारणी में रात्रि विश्राम करने का निर्णय लिया। इसके चलते गुरुवार को कैबिनेट विस्तार की संभावना खत्म हो गई। पार्टी के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार मंत्रिमंडल विस्तार होगा या नहीं और होगा तो कब होगा इसको लेकर अब फिर से चर्चा होगी इसमें तमाम नाम पर फिर से विचार कर निर्णय लिया जाएगा।उसके बाद ही नए मंत्रियों की शपथ हो सकेगी।
गौरी शंकर बिसेन और राजेंद्र शुक्ला के मंत्री बनने पर लगा ग्रहण, फिर होगी बैठक
