ऐसा लग रहा है कि मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार एक बड़े संकट में फंसती नजर आ रही है. सूत्रों के मुताबिक कैबिनेट की बैठक के बाद कुछ और मंत्रियों ने भी इस्तीफे की पेशकश की है. गौरतलब है चार लापता विधायकों में से एक कांग्रेस विधायक हरदीप डंग ने इस्तीफ़ा दे दिया है वहीं देर रात मुख्यमंत्री कमलनाथ से दो बीजेपी विधायकों की मुलाक़ात के बाद सियासी गहमागहमी तेज़ हो गई. माना जा रहा है कि बीजेपी और कांग्रेस के बीच शह और मात का खेल जारी है. इसी बीच कांग्रेस के नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सरकार बचाने के लिए एक फॉर्मूला सुझाया है. उन्होंने कहा है कि बजट सत्र के बाद कैबिनेट का तुरंत विस्तार किया जाना चाहिए. सवाल इस बात कि क्या दिग्विजय के फॉर्मूले से कमनाथ सरकार पर आया संकट टल जाएगा. इसके पहले दिग्विजय सिंह ने दावा किया कि सभी विधायक अपने साथ हैं. विवेक से काम करते है, न कोई उनको बचा रहा है और न ही कोई उनको फंसा रहा है. सरकार पूरी तरह सुरक्षित है. मैं कमलनाथ जी के बुलावे पर आया हूं. विधायक के इस्तीफ़े पर कहा वो इस्तीफ़ा नहीं स्टेटमेंट है. कोई नाराज़ नहीं है सरकार से सरकार अच्छा काम कर रही है, में राज्यसभा जाऊंगा या नहीं ये फ़ैसला आलाकमान करेगा.
Congress leader Digvijaya Singh in Bhopal: State Cabinet expansion should be done after the budget session of the assembly. #MadhyaPradeshpic.twitter.com/DmMnYXP93x
— ANI (@ANI) March 6, 2020
क्या है विधानसभा का गणित
- बहुमत के लिए 115 विधायक. कांग्रेस के पास 113 विधायक बचे. अगर डंग का इस्तीफा स्वीकार नहीं होता है तो 114 है.
- 230 सदस्यों की विधानसभा है. 2 सदस्यों के निधन के बाद संख्या 228
- कांग्रेस को 2 बसपा, 1 सपा, 4 निर्दलीयों का समर्थन. 4 निर्दलीयों में एक ग़ायब है
वहीं, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और बीजेपी नेता गोपाल भार्गव और नरोत्तम मिश्रा भी दिल्ली पहुंचे और उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ बैठक की. इस बीच, कांग्रेस के दो विधायक पूर्व मंत्री बिसाहूलाल सिंह और रघुराज कनसाना और एक निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा ने चुप्पी साध रखी है. तीनों विधायक पिछले कुछ दिनों से गायब हैं.