ग्वालियर। बीएसएफ में ऑन लाइन आरक्षक भर्ती का मामला,SSC ने कराई थी बीएसएफ में रिक्त पदों के लिए परीक्षा,बीएसएफ ट्रेनिंग सेंटर में पकड़े गए नौ अभ्यर्थी,कूट रचित दस्तावेजों की पड़ताल में हुआ फर्जीवाड़े का खुलासा,एक सैकड़ा से ज्यादा अभ्यर्थियों ने लिया था परीक्षा में हिस्सा,आरोपी अभ्यर्थियों के विरुद्ध धोखाधड़ी, कूट रचित दस्तावेज तैयार करने और परीक्षा अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज,सभी आरोपी बीएसएफ की हिरासत में,जल्दी ही आरोपियों को पुलिस के हवाले करेगी बीएसएफ,बिलौआ थाना क्षेत्र स्थित बीएसएफ अकादमी टेकनपुर का मामला।
ग्वालियर में सीमा सुरक्षा बल यानी बीएसएफ अकादमी टेकनपुर में फर्जी दस्तावेजों के जरिए प्रशिक्षण केंद्र में भर्ती होने आए नौ अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया गया है। उनके खिलाफ धोखाधड़ी कूट रचित दस्तावेज तैयार करने और परीक्षा अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।दरअसल बीएसएफ अकादमी के सहायक प्रशिक्षण केंद्र टेकनपुर में 21 से 25 जनवरी तक एसएससी के जरिए चयनित अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण के लिए बुलाया गया था। जहां ट्रेनिंग से पहले उनके दस्तावेजों की चेकिंग की जा रही थी। करीब एक सैंकडा़ से ज्यादा अभ्यर्थी यहां ट्रेनिंग के लिए आए थे। लेकिन जब नौ संदिग्ध अभ्यर्थियों के दस्तावेजों का क्रॉस चेक किया गया। तब वह मूल दस्तावेजों से भिन्न निकले। इसके बाद सहायक प्रशिक्षण केंद्र के ब्रह्मपाल सिंह ने उन्हें रोक लिया और अपने वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। जिन लोगों को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर ट्रेनिंग सेंटर भेजा गया था उनमें प्रदेश के मुरैना सहित राजस्थान और उत्तर प्रदेश के अभ्यर्थी शामिल हैं।
पुलिस के मुताबिक इन लोगों ने अपनी असली पहचान छुपाते हुए एजेंट और दलालों के जरिए कूट रचित दस्तावेज और बायोमेट्रिक का उपयोग किया था और नौकरी का लाभ लेने के लिए एसएससी में खुद को सेलेक्ट कराया था। लेकिन टीसीबी की रिक्रूटमेंट समिति के सामने उनकी कलई खुल गई। बीएसएफ अकादमी द्वारा बिलौआ थाने में आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी और कूट रचित दस्तावेज तैयार करने का मुकदमा दर्ज कराया गया है। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद पता चलेगा कि इस फर्जी सिलेक्शन में इन कथित रूप से चयनित अभ्यर्थियों की किन लोगों ने मदद की थी। इसमें उनके दलाल और अन्य मददगारों को भी आरोपी बनाया जाएगा।
बाइट – चंद्रभान सिंह चढ़ार, डीएसपी ग्रामीण, ग्वालियर