- बालोद-राजनांदगांव मार्ग पर 10 फरवरी को हुई थी घटना, पुलिस के हाथ 4 दिन बाद भी खाली
- परीक्षा देने स्कूटी से जा रही 12वीं की छात्रा का तीन नकाबपोश युवकों ने अपहरण कर लिया था
- आरोपियों ने कार रोकी तो छात्रा उतरकर भागी और पत्थर से एक आरोपी का तोड़ दिया था दांत
Dainik Bhaskar
Feb 14, 2020, 11:33 AM IST
बालोद. छत्तीसगढ़ के बालोद में छात्रा के अपहरण के प्रयास मामले में चार दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। वहीं राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने एसपी को पत्र लिखकर जल्द कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। बालोद-राजनांदगांव मार्ग पर तरौद के पास 10 फरवरी को घटना हुई थी। दुधली हायर सेकेंडरी स्कूल की 12वीं की छात्रा परीक्षा देने के लिए स्कूटी से जा रही थी। इसी दौरान कार सवार नकाबपोश युवकों ने उसका अपहरण कर लिया। छात्रा के विरोध के चलते बदमाशों ने कार रोकी तो छात्रा उतर कर भागी और एक का पत्थर मारकर दांत तोड़ दिया था।
आयोग के राष्ट्रीय सदस्य यशवंत जैन ने एसपी से 7 दिन के भीतर मामले की पूरी कार्रवाई कर प्रतिवेदन मांगा है। इसकी रिपोर्ट केंद्र सरकार को भी भेजी जाएगी। राष्ट्रीय सदस्य यशवंत जैन ने कहा कि 4 दिन बाद भी आरोपियों का पता न लगा पाना ठीक नहीं है। पुलिस को कार्रवाई में तत्परता दिखानी होगी। इतनी बड़ी घटना हुई लेकिन अब तक पुलिस आखिर पकड़ क्यों नहीं पाई? उनकी जांच कहां तक पहुंची? इस संबंध में पूरी रिपोर्ट मांगी गई है।
छात्रा के अलावा घटना का कोई गवाह नहीं
इधर लाल रंग के कार की तलाश में पुलिस कई लोगों तक पहुंच गई लेकिन जिस कार से घटना हुई है, उसका पता नहीं चल पाया। पुलिस के पास घटना का चश्मदीद गवाह भी और कोई नहीं मिला है। छात्रा के बयान के आधार पर ही पुलिस जांच कर रही है। इधर छात्रा का कहना है कि घटना के दिन कोई मदद करने के लिए भी नहीं रुका तो गवाही देने कहां से सामने आएंगे?
पिता बोले- नींद में भी कहती है ‘छोड़ो मुझे’
छात्रा के पिता का कहना है कि बेटी उक्त घटना के बाद सदमे में है। उसे डर बना हुआ है कि कहीं उसके साथ फिर कोई अनहोनी ना हो। इस डर में वह रात को ठीक से सो नहीं पाती है। अभी स्कूल भी नहीं जा रही। तनाव में ठीक से पढ़ नहीं पा रही सामने बोर्ड परीक्षा है रात में नींद में वह कहती रहती है “छोड़ो मुझे, मत मारो मुझे”।
Source link