वहीं युवाओं ने गांव में गांजा अौर शराब पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की बात कही। ग्राम विकास समिति के लोगों का कहना था कि गांव को पूर्ण रूप से नशामुक्त गांव बनने के अलावा जुआरियों अौर सटोरियों पर लगाम लगाई जाए। लोगों ने अवैध शराब बेचने वालों के साथ-साथ चौक-चौराहों पर नशा करने वालों के खिलाफ गांव में ही सबक सिखाने अौर नहीं मानने पर पुलिस के हवाले करने की बात कही।
सबकी राय के बाद निर्णय लिया गया कि शराबियों को गांव में चौक-चौराहे पर शराब पीते पाए जाने अौर जुआ खेलने पर पहले समझने एवं नहीं मानने पर अर्थ से दण्डित किया जाएगा। इसके बाद भी नहीं माने तो पुलिस के हवाले करने का निर्णय लिया गया। चौपाल में
सरपंच अशोक वर्मा, आत्मा वर्मा, द्वारिका वर्मा, भाव दास छतर, साध राम, आत्मा सतनामी,
मदन, हट्टे सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।