फरवरी के प्रथम सप्ताह से ही मौसम में आई तब्दीली से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। खेतों की खड़ी फसल असमय हो रही बरसात से चौपट हो गई। गुरुवार की देर रात को हुई तेज बारिश के चलते दलहन फसल चना, लाखड़ी, मसूर, अरहर के अलावा गेहूं, सरसो की फसल के साथ अंचल के सब्जी कृषि फार्मो में उगाए जा रहे फूल गोभी, बंद गोभी, सेम, टमाटर, कलिंदर की फसल को ज्यादा नुकसान हुआ है। फसलों में जो फूल लगा था वह बारिश से फल लगने से पहले ही झड़ गया है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घुमका में प्रतिदिन 100 से 120 मरीज स्वास्थ्य लाभ लेने आते थे वहीं कुछ दिनों से मरीजों की संख्या 200 से ऊपर पहंुच गया है। बीएमओ विजय खोब्रागढ़े ने बताया कि वर्तमान में वायरल फीवर, डायरिया, उल्टी दस्त, सर्दी खांसी के मरीज इलाज कराने पहुंच रहे हैं। उप स्वास्थ्य केंद्र उपरवाह में लगभग दो वर्षों से (पुरुष स्वास्थ्य कार्यकर्ता) आरएचओ का भानपुरी में अस्थायी रूप से पदस्थ कर दिया गया है।
यहां सात गांव के चार हजार से अधिक जनसंख्या के लिए एक मात्र नर्स के भरोसे चल रहा है। नियमित टीकाकरण, प्रसव के अलावा शासन की विभिन्न योजनाओं की क्रियान्वयन के लिए भी इन्हीं के भरोसे है।
ग्रामीणों की मांग है कि भानपुरी में अस्थाई पदस्थ दीपेश देवांगन को उपस्वास्थ्य केंद्र उपरवाह में नियमित किया जाए।