भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिग्विजय सिंह के उस बयान पर पलटवार किया है जिसमें उन्होंने मुस्लिम आबादी घटने की बात कही है। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश शांति का टापू है, चुनाव के समय क्यों डराना चाहते हो, क्या करना चाहते हो? आपके इरादे क्या है? आपको बता दें कि दिग्विजय सिंह ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा है कि मैं प्रमाणित कर सकता हूँ की हिंदुओं की जनसंख्या से ज़्यादा तेज़ी से मुसलमानों की जनसंख्या घट रही है। दिग्गी ने कहा कि भाजपा और आरएसएस प्रचार कर रहे हैं कि देश में मुसलमानों की आबादी बढ़ रही है। यह बात सरासर झूठ, गलत और अप्रमाणित है। दिग्विजय ने कहा कि मैं प्रमाणित कर सकता हूं कि हिंदुओ की तुलना में अल्पसंख्यक समुदाय की आबादी तेजी से घट रही है। वहीं, भाजपा ने दिग्विजय पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने दिग्गी के बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता तुष्टीकरण की राजनीति में लिप्त हैं। वे जाति और धर्म के आधार पर समाज को विभाजित करने के लिए झूठे बयान फैला रहे हैं।
कमल नाथ ने भी दिया था बयान
गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने भी पिछले दिनों हिन्दु-मुस्लिम बयान दिया था। वे गृह नगर छिंदवाड़ा में इफ्तार पार्टी में शामिल हुए थे, जहां पर वे लोगों से रहे थे कि आप सबको छिंदवाड़ा संभालना है। मुझे प्रदेश संभालने दीजिए। आप चाहते हैं कि मैं यहां बंधकर रह जाऊं, तो मैं बंधकर रह जाता हूं। आप सब जगह देख रहे हैं क्या हो रहा है, पूरे देशभर में क्या हो रहा है। पूरे देशभर में ये दंगे.फसाद करा रहे हैं। ये लोग देश को बर्बाद करके छोड़ेंगे।
भाजपा भी हुई हमलावर
इसके बाद भाजपा ने आरोप लगाया था कि कमल नाथ रोजा इफ्तार में रोजेदारों से कह रहे हैं कि अब आपको छिंदवाड़ा संभालना है। वे दंगों का भय दिखाकर उन्हें साथ लाने का प्रयास कर रहे हैं। प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी उन पर पलटवार करते हुए कहा था कि कमल नाथ जी, रोजेदारों के बीच बैठकर राजनीति करना ठीक नहीं। भय का वातावरण बनाना, भाईचारे के खिलाफ विष वमन करना कांग्रेस की परंपरा रही है। एक तरफ कमल नाथ हनुमान जयंती कार्यक्रम करा रहे हैंए दूसरी ओर रोजा इफ्तार में जा रहे हैं। जनता कांग्रेस की दोमुंही नीति को समझती है।