सिपाही से लेकर इंस्पेक्टर तक को मिली नई टोपी पहनने की अनुमति
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने गर्मी को देखते हुए दिखाई संवेनशीलता
भोपाल। कोरोना संकट के बीच तीखी धूप में सड़कों पर तैनात पुलिसकर्मी अब ऊनी बैरेट कैप की जगह कॉटन की नीली स्पोर्ट्स कैप में नजर आएंगे।
मध्यप्रदेश के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा हैं कि सरकार आम जनता के साथ-साथ वर्दीधारी जवानों के साथ भी उतनी ही संवेदनशील है । उन्होंने बताया कि व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए सरकार आवश्यक रिफॉर्म्स किया जाना सुनिश्चित करेगी। मन्त्री डॉ मिश्रा ने कहा कि सरकार , पुलिस को विशेष परिस्थितियों में स्पोर्ट्स केप लगाने की इजाजत देने जा रही है।
मंत्री डॉ मिश्रा ने बताया कि वर्तमान में कोविड-19 के कारण पुलिस के समस्त अधिकारी कर्मचारियों को 12 – 12 घंटे की निरंतर ड्यूटी करनी पड़ रही है । इस लंबी ड्यूटी के दौरान बैरेट कैप जो कि ऊनी होती है , उसके उपयोग से पुलिस के अधिकारी – कर्मचारियों को दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है । वर्तमान में इसकी धुलाई और इसे सेनेटाइज करना भी संभव नहीं हो पा रहा है। वर्तमान परिस्थिति में कार्य संपादन और स्वास्थ्य की दृष्टि से बैरेट केप का उपयोग उपयुक्त नहीं लग रहा है।पुलिसकर्मियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए सरकार निर्णय लेने जा रही है कि पुलिस के आरक्षक से निरीक्षक स्तर तक के अधिकारियों को विशेष परिस्थितियों में बैरेट कैप के स्थान पर स्पोर्ट्स कैप लगाने की अनुमति प्रदान की जाए ।
उन्होंने बताया कि स्पोर्ट्स केप का उपयोग कानून व्यवस्था , महामारी , राहत कार्य आदि ड्यूटी के दौरान किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि सामान्य परिस्थितियों में वर्किंग यूनिफार्म के साथ बैरेट कैप ही धारण की जाएगी।
पुलिस का मोनो होगा कैप में
मंत्री डॉ. मिश्रा ने बताया कि स्पोर्ट्स केप कॉटन की रहेगी। इस का रंग नीला होगा। इसमें आगे मध्य प्रदेश पुलिस का मोनो तथा पीछे मध्य प्रदेश पुलिस अंकित होगा ।