10 में से 9 मरीज ठीक होने पर सीएम भूपेश बघेल ने जताई खुशी
एमपी में 2 IAS सहित हेल्थ डिपार्टमेंट के 23 लोग संक्रमित
रायपुर/भोपाल। कोरोना के खिलाफ जंग में छत्तीसगढ़ ने अहम मुकाम हासिल किया है। राज्य के 10 में से 9 मरीज ठीक हो गए। इधर मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य विभाग के आला आईएएस अफसर और तब्लीगी जमात से जुड़े लोग इस महामारी के कैरियर बन गए और स्थिति बिगड़ गई।
छत्तीसगढ़ में पहला मरीज रायपुर में मिलने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तत्काल प्रभावित एरिया को लॉक डाउन कर दिया था। स्थिति बिगड़ने से पहले रायपुर शहर को लॉक करने के साथ अन्य एहतियाती कदम उठाए गए। नतीजा यह हुआ कि छत्तीसगढ़ में मिले 10 कोविड-19 पॉजिटिव में से 9 की रिपोर्ट अब निगेटिव है। सिर्फ एक मरीज अस्पताल में है। तब्लीगी जमात कनेक्शन वालों को भी खोज कर क्वारेन्टीन किया गया।
#CoronaVirusUpdate
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) April 6, 2020
अभी सूचना प्राप्त हुई है कि कोरबा निवासी एक और #COVID-19 पॉजिटिव मरीज का पूर्णतः इलाज होने के बाद उसे अस्पताल द्वारा डिस्चार्ज कर दिया गया है।
अब तक 10 में से 9 मरीज इलाज करवाकर घर जा चुके हैं।
देश जीतेगा
कोरोना हारेगा
इधर मध्यप्रदेश में सरकार ने कोरोना से बचाव के उपाय तो किए, लेकिन इस बीमारी की रोकथाम में लगे स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों की लापरवाही भारी पड़ गई। राजधानी भोपाल में अब तक मिले 54 मरीजों में हेल्थ डिपार्टमेंट वाले 23 लोग संक्रमित पाए गए हैं। इनमें स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख सचिव पल्लवी जैन गोविल और संचालक जे. विजय कुमार शामिल हैं, ये दोनों अफसर आईएएस हैं। 20 जमाती कनेक्शन वाले और 3 पुलिस वाले हैं।
इंदौर में 135 पॉजीटिव केस कल शाम तक सामने आए थे। मध्यप्रदेश में 230 से ज्यादा मरीज हो गए हैं और 14 लोगों की जान चली गई है।
मेरे बहनों-भाइयों, अपना भोपाल #COVID19 के संक्रमण का हॉटस्पॉट बनता जा रहा है। बाहर से आए कुछ लोगों के कारण यह समस्या अचानक बढ़ी है। इसको आगे बढ़ने से रोकना है और इसका एकमात्र उपाय, संपर्क की चेन को तोड़ना है। इसलिए भोपाल में सख्ती से #Lockdown किया है: सीएम श्री @ChouhanShivraj pic.twitter.com/fdVuTWyDFJ
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) April 6, 2020