दमोहफर्जी डॉक्टर की प्रयागराज में मिली फर्जी डॉक्यूमेंट लैब, देशभर में फैला है नेटवर्कपुलिस अधीक्षक ने किया खुलासा
मध्य प्रदेश के दमोह जिले में मिशन अस्पताल में हुई 7 मौतों के मामले में फर्जी डॉक्टर एन. जॉन कैम (असली नाम नरेंद्र यादव) की रिमांड का आज चौथा दिन है, और जांच में एक के बाद एक बड़े खुलासे हो रहे हैं।दमोह एसपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी के प्रयागराज स्थित घर पर पुलिस टीम ने दोबारा सर्चिंग की, जहां एक पूरी फर्जी डॉक्यूमेंट बनाने की लैब का पर्दाफाश हुआ। इस लैब से फर्जी डॉक्यूमेंट प्रिंटर, सीलें, डॉक्यूमेंट बनाने वाले पेपर, आधार कार्ड और कई अन्य आईडी कार्ड बरामद किए गए हैं।इतना ही नहीं, पुलिस ने आरोपी डॉक्टर के कानपुर स्थित परिवार से भी पूछताछ की है। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि फर्जी डिग्री को लेकर आरोपी के खिलाफ वर्ष 2013 में नोएडा में भी एक एफआईआर दर्ज की गई थी, जिसके बाद से वह फरार चल रहा था।पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस का नोएडा पुलिस से इस सिलसिले में पत्राचार भी लगातार जारी है। आशंका है कि आरोपी ने देश के कई हिस्सों में फर्जी डॉक्टर बनकर काम किया और लोगों की जान जोखिम में डाली। मिशन अस्पताल में 7 संदिग्ध मौतों की जांच इसी दिशा में आगे बढ़ रही है।
बाइट श्रुतकीर्ति सोमवंशी पुलिस अधीक्षक