नई दिल्ली, एजेंसी। देशभर में डेंगू (Dengue) के बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य विशेषज्ञों को चिंता में डाल दिया है। इस बार, बच्चों में यह वायरस तेजी से फैल रहा है Dengu Fever In Children India और उनको निशाना बना रहा है। इसलिए देश में बच्चों में तेजी से डेंगू फैल रहा है। बच्चों में भी डेंगू के मामलों में तेजी देखने को मिल रही हैं। बच्चों में डेंगू के क्या लक्षण देखने को मिल रहे हैं। हम यहां इससे बचने के तरीके बता रहे हैं। आपको बता दें कि हर साल देशभर में डेंगू के तेजी से बढ़ते हुए मामले रिपोर्ट किए जाते है। इस साल भी डेंगू के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। गौरतलब है कि देश के कई राज्यों में डेंगू के मामले काफी ज्यादा बढ़ने से अस्पतालों में भारी भीड़ देखने को मिल रही है। सभी राज्य सरकारें डेंगू की रोकथाम के लिए तमाम कदम उठा रही हैं। आपको बता दें देश की टेक कैपिटल बेंगलुरु में डेंगू के 4 हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। राजधानी दिल्ली समेत उत्तराखंड, यूपी, बिहार, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में डेंगू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि अभी तक जितने भी बच्चों को डेंगू इंफेक्शन के कारण अस्पताल में भर्ती किया गया है उनका बॉडी टेंपरेचर 103° और 104° देखा जा रहा है।
बच्चों में डेंगू के क्या लक्षण होते हैं—
- तेज सिरदर्द
- काफी ज्यादा उल्टी होना
- शरीर में रैशेज होना
- नाक और मसूड़ों से हल्का खून निकलना
- बच्चे के हाथ या पैर बहुत ज्यादा ठंडे होना
डॉक्टर्स की सलाह
डॉक्टर्स का कहना है कि अगर बच्चे का बुखार 5 दिन बाद भी कम नहीं हो रहा है तो उसे अस्पताल में भर्ती कराना चाहिए। एक्सपर्ट्स का यह भी कहना है कि डेंगू से पीड़ित बच्चों के लिवर में एंजाइम का लेवल भी काफी ज्यादा हाई पाया जाता है ऐसे में जरूरी है कि माता-पिता उन्हें हाइड्रेटेड रखने की कोशिश करें।
डेंगू से कैसे करें बचाव
- अपने घर के आसपास पानी ना इकट्ठा होने दें
- बच्चों को पूरी बाजू के कपड़े पहनाकर रखें
- पानी के बर्तनों और टंकियों कों बंद करके रखें
- घर में कीटनाशक दवाई का छिड़काव करें
- बच्चों के बाहर निकलने के समय को सीमित करें
- शाम और सुबह से समय बच्चों को बाहर निकलने न दें
इन बातों का रखें ध्यान
डॉक्टर्स का कहना है कि डेंगू के कारण शरीर में फ्लूइड का इंबैलेंस होने लगता है। जब डेंगू खतरनाक स्टेज पर पहुंच जाता है तो, रक्त वाहिकाओं में मौजूद फ्लूइड लीक करना शुरू कर देता है, जिसके कारण ब्लड का सर्कुलेशन काफी कम हो जाता है। इसके कारण बच्चों की आंखों के आसपास सूजन होने लगती है और पेट दर्द की समस्या का भी सामना करना पड़ता है। ऐसे में जरूरी है कि ये लक्षण दिखते ही बच्चे का ब्लड टेस्ट करवाएं।