आजादी के 78 वर्ष बाद भी मूलभूत सुविधाओं को तरसते मध्य प्रदेश के लोग दरअसल हम तो 55 सालों के विकास का रोना रोते हैं, लेकिन 20 सालों से मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार और इन 20 सालों में आदिवासियों के नाम पर राजनीति करने वाली पार्टी आदिवासियों के हित में कितना काम करती है,इन तस्वीरों से साफ नजर आता है। दरअसल मामला पवई विधानसभा क्षेत्र का है जहां शाहनगर तहसील की ग्राम पंचायत महगांव बारहो क़े ग्राम महगांव की रहने वाली एक आदिवासी महिला मीना बाई पति सोने सिंह उम्र 40 वर्ष को सर्प ने काट लिया था।जिसके बाद कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर मैहर के अमदरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लकड़ी की डोली के सहारे परिजन लेकर पहुचे। यहां सड़क न होने की वजह से ऐसे ही जाना पड़ता है। यही वजह रही की सर्पदंश की शिकार हुई महिला ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया ।
अस्पताल पहुचने के बाद डॉक्टर ने भी परिक्षण के उपरांत मृत घोषित कर दिया, पर उसके बाद जो हुआ उसने प्रदेश सरकार के बड़े बड़े दावों को मिट्टी में मिला दिया,जब शव घर ले जाने के लिए कोई भी एम्बुलेंस तैयार नही हुआ, घण्टो तक इंतजार करने के बाद फिर परिजन डंडे में चद्दर बांधकर डोली के सहारे घर लेकर गए,जिसका वीडियो भी सामने आया है ये मामला न सिर्फ सांसद बल्कि भाजपा सरकार पर भी सवाल खड़े कर रहा हैं।
स्थानीय लोगो ने बताया की पन्ना जिले के शाहनगर के महगांव से अमदरा महज 5 किलोमीटर की दूरी पर हैं और शाहनगर 60 किलोमीटर दूर है, वही मुख्यालय जाने के लिए 120 किलोमीटर का सफर तय करना होता है। मगर पहाड़ी अंचल में बसे इस इस आदिवासी बाहुल्य गांव महगांव में वर्षो से मांग करने के बाद भी सड़क निर्माण न होने के वजह से वाहनों के आवागमन का कोई रास्ता नही है,जिस वजह से कटनी घूमकर जाने में घंटो का सफर तय करना पड़ जाता है।
वाइट शुभम रजक व्लाक अध्यक्ष युवक कॉग्रेस शाहनगर ।