सायबर एक्ट में पुलिस ने दर्ज किया मामला
भोपाल। राज्यसभा चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का एक पुराना वीडियो काट-छांट के साथ नए रुप में वायरल हुआ है। इस वीडियो को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी ट्विटर पर अपलोड किया। जिसे लेकर भाजपा नेता सायबर सेल में शिकायत दर्ज कराने पहुंचे, लेकिन उससे पहले ही भोपाल पुलिस ने सायबर एक्ट में एफआईआर दर्ज कर ली।
झूठे दिग्गी का मुँह काला ,
— Vijesh Lunawat (@vijeshlunawat) June 14, 2020
सच्चे का बोलबाला !!!
अबके नही बचेंगे @digvijaya_28 pic.twitter.com/FI0I2Faw2c
भोपाल के भाजपा जिलाध्यक्ष सुमित पचौरी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल रात आठ बजे हबीबगंज थाने में शिकायत दर्ज कराने पहुंचा। उससे आधे घंटे पहले ही भोपाल डीआईजी इरशाद वली का बयान आ गया कि मुख्यमंत्री के पुराने वीडियो को एडिट कर छवि खराब करने के उद्देश्य से सोशल मीडिया पर वायरल करने के मामले को गंभीरता से लिया गया है और इस मामले में सायबर एक्ट के तहत FIR दर्ज कर जांच की जा रही है।
क्या है वायरल वीडियो में
इस वायरल वीडियो में शिवराज सिंह चौहान आबकारी अमले पर भड़कने दिखाई दे रहे हैं। दिग्विजय सिंह द्वारा ट्वीट किए गए 9 सेंकंड के वायरल वीडियो में शिवराज सिंह चौहान कहते सुनाई दे रहे हैं कि क्या कर रहा है आबकारी अमला काहे के लिए बैठा है यह। दारु इतनी फैला दो प्रदेश में कि पीयें और पड़े रहें। दिग्विजय ने इस वीडियो के साथ अपने ट्वीट में कहा है कि मदिरालय खोल दिए पर मंदिरों और पूजा स्थलों में लॉकडाउन है। वाह रे मामा इतना पिलाओ के पड़े रहें। क्या कहने।
असली वीडियो में कुछ और कह रहे शिवराज
एडिटेड वीडियो वायरल होने के बाद शिवराज सिंह चौहान का ओरिजनल वीडियो भी सामने आ गया। करीब ढाई मिनट का यह वीडियो उस वक्त का बताया जा रहा है जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी और शिवराज सिंह चौहान विपक्ष में थे। वे किसान और आम आदमी के परेशान होने का हवाला देते हुए कमलनाथ सरकार की शराब दुकान खाेलने की नीति का विरोध करते दिखाई दे रहे हैं। वे कहते सुनाई देते हैं कि सरकार माफिया चला रहा हैं और शराब माफिया नीति बना रहे हैं। अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने दारु पिलाने वाली…. लाइनें कहीं थीं। तत्कालीन राज्य सरकार की शराब की उपदुकान खोलने की नीति के खिलाफ जंग लड़ने की बात भी उन्होंने कही थी। लेकिन एडिटेड वीडियो में सिर्फ 9 सेकंड का वह हिस्सा चलाया गया जिसमें वे लोगों को दारु पिला कर पड़े रहने देने की बात कर रहे थे।