सिडनी: मीडिया कंटेंट के प्रयोग को लेकर फेसबुक (Facebook) और गूगल को ऑस्ट्रेलिया ने बड़ा झटका दिया है. अब मीडिया के कंटेंट का प्रयोग करने पर फेसबुक और गूगल पर ये प्रेशर बनाया जाएगा कि विज्ञापन से हुई कमाई को वह घरेलू मीडिया के साथ भी साझा करें. ऑस्ट्रेलिया के ट्रेजरर ने सोमवार को ये जानकारी दी है. ऑस्ट्रेलिया पहला ऐसा देश है जिसने ये पहल की है.
ऑस्ट्रेलिया के ट्रेजरर जोश फ्राइडेनबर्ग ने कहा कि हम जानते हैं कि हम किन चुनौतियों का सामना कर रहे हैं. यह एक बड़ी समस्या है जिसका हमें समाधान करना है. हम जिनके साथ डील कर रहे हैं, वे बड़ी कंपनियां हैं. लेकिन यहां बहुत कुछ दांव पर है, इसलिए हम इस लड़ाई के लिए तैयार हैं.
कंटेंट पेमेंट नियम को लेकर ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने एसीसीसी से मीडिया आउटलेट और डिजिटल प्लेटफॉर्म के लिए एक अनिवार्य कोड बनाने के लिए कहा है.
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सरकार ने अपनी प्रारंभिक योजना को नवंबर तक एक स्वैच्छिक कोड के साथ आने के लिए कहा और एसीसीसी को जुलाई तक अपना मसौदा अनिवार्य कोड के साथ जमा करने के लिए कहा, उसके बाद जल्द ही इसे कानून में पारित किया जाएगा.
फ्राइडेनबर्ग ने कहा कि मैनेडेटरी कोड में डाटा शेयरिंग, न्यूज कंटेंट की रैंकिंग और डिस्पले, न्यूज से कमाया हुआ रिवेन्यू शामिल होगा. यह दंड और बाध्यकारी विवादों के निपटारे का सिस्टम भी स्थापित करेगा.
ऑस्ट्रेलिया का ऑनलाइन विज्ञापन बाजार एक वर्ष में लगभग 9 बिलियन ऑस्ट्रेलियाई डॉलर ($ 5.72 बिलियन) का है और 2005 के बाद से यह आठ गुना से अधिक हो गया है.
वहीं ऑस्ट्रेलियाई सरकार के इस फैसले से फेसबुक निराश है. फेसबुक ने सोमवार को सरकार के इस कदम पर निराशा व्यक्त की है.
फेसबुक ने कहा कि हम सरकार की घोषणा से निराश हैं, खासकर जब हमने उनकी डेडलाइन को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की है.
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फेसबुक ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के एमडी विल ईस्टन ने एक ईमेल बयान में कहा, “हमने ऑस्ट्रेलियाई प्रकाशकों को सामग्री की व्यवस्था, साझेदारी और उद्योग के लिए प्रशिक्षण के माध्यम से स्थानीय रूप से लाखों डॉलर का निवेश किया है.”
वहीं Google ने कहा कि वह मीडिया आचार संहिता की योजनाओं में सहयोग करना जारी रखेगा.
Google के एक प्रवक्ता ने कहा, “हमने उद्योग, एसीसीसी और सरकार के साथ रचनात्मक कार्य करने की मांग की है, और हम सरकार द्वारा निर्धारित संशोधित प्रक्रिया में ऐसा करना जारी रखेंगे.”