उज्जैन। अप्रैल माह में इंदौर हाईकोर्ट मे एक जनहित याचिका लगाई गई थी जिसमें विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर के प्रसादी पैकेट पर मंदिर के शिखर का फोटो और ॐ का चिन्ह होने पर आपत्ति लेते हुए इसे जल्द से जल्द हटाने की मांग माननीय न्यायाधीश के समक्ष की गई थी। इस मामले को माननीय न्यायाधीश ने गंभीरता से लेते हुए श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति को 90 दिनों में बाबा महाकाल के प्रसादी पैकेट से मंदिर के शिखर का फोटो और ॐ का चिन्ह हटाए जाने के आदेश दिए थे जिसका पालन करते हुए श्री महाकालेश्वर मंदिर में अब नए प्रसादी पैकेट आ चुके हैं जिसमें मंदिर का शिखर और ॐ का चिन्ह अब नदारद है।बाबा महाकाल के प्रसादी पैकेट से महाकाल मंदिर के शिखर और ॐ का चिन्ह हटाने को लेकर 19 अप्रैल को महंत सुखदेवानंद, ब्रह्मचारी गुरु श्री महंत योगानंद, ब्रह्मचारी श्री शंभू पंच अग्नि अखाड़ा इंदौर और पंडित शरद कुमार मिश्रा के साथ ही गुरु श्री स्वामी राधाकांताचार्य महाराज श्री दुर्गा शक्तिपीठ और अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के कार्यकर्त्ता द्वारा इंदौर हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई थी। इस जनहित याचिका पर इंदौर हाईकोर्ट मे माननीय उच्च न्यायलय ने आदेशित किया था कि 90 दिवस के अंदर याचिकाकर्ता के निवेदन पत्र का निराकरण करें।
इस आदेश के बाद ही श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति द्वारा निर्णय लिया गया था की भोग प्रसाद पैकेट्स पर सनातनी चित्र व चिन्ह अंकित नहीं किये जाएंगे। बताया था सनातन का अपमान राजाधिराज बाबा श्री महाकालेश्वर मंदिर के लड्डू भोग प्रसाद पैकेट पर सनातनी चित्र व चिन्ह को लेकर जनहित याचिका लगाने वाली संस्थाओं और संतों ने माननीय न्यायालय के समक्ष बताया था कि बाबा महाकाल के प्रसादी पैकेट पर श्री महाकालेश्वर शिखर, श्री नागचंद्रेश्वर महादेव, श्री ओंकारेश्वर महादेव एवं ॐ एवं प्रसाद का चिन्ह अंकित किया गया है। बाबा महाकाल के लड्डू प्रसादी के उपयोग के बाद श्रद्धालुओं द्वारा इस प्रसादी के पैकेट को डस्टबिन में फेंक दिया जाता है, जिससे सनातन का अपमान होता है।कलेक्टर नीरज सिंह ने कहा था जल्द होगा हाईकोर्ट के आदेश का पालनयाद रहे कि इस मामले मे श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति के अध्यक्ष और कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने पिछले दिनों हुई श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति की बैठक के दौरान ही यह स्पष्ट कर दिया था कि जल्द ही लड्डू प्रसादी के पैकेट पर अब नया डिजाइन होगा। हाईकोर्ट के आदेशों का जल्द पालन किया जाएगा और प्रसादी के बॉक्स पर बने महाकाल मंदिर के शिखर और ॐ को जल्द हटा दिया जाएगा।