सीधी। मानवता को शर्मसार करने वाले मध्य प्रदेश के सीधी जिला के भाजपा के युवा नेता प्रवेश शुक्ला (Pravesh Shukla BJP) पर सरकार ने सख्ती दिखाई है। बुधवार को उसके घर को तोड़ने की कार्रवाई की गई। इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश के बाद उस पर रासुका का मतलब राष्ट्रीय सुरक्षा कानून National Security Act (NSA) के तहत भी कार्रवाई की गई है। आपको बता दें कि एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें प्रवेश शुक्ला एक आदिवासी युवक के ऊपर पेशाब करते हुए दिखाई दे रहा है। घटना सीधी जिले के कुबरी गांव के बहरी बाजार का है। वीडियो सामने आने के बाद प्रवेश शुक्ला को पुलिस ने 4-5 जुलाई की रात गिरफ्तार कर लिया है। साइबर सेल की मदद से पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। सरकारी अमला प्रवेश का घर ढहाने जेसीबी लेकर पहुंचा है। मौके पर एसडीएम नीलांबर मिश्रा, पटवारी और 70 से अधिक पुलिसकर्मी मौजूद हैं। जेसीबी देखकर आरोपी प्रवेश की मां और चाची बेहोश हो गईं। डॉक्टरों ने उनका इलाज किया। आरोपी की मां रोते हुए अफसरों से बोली- बेटे ने गलत काम किया है तो उसे सजा दें। मेरा घर न गिराएं। यह घर मैंने बड़ी मुश्किल से बनाया है। आपको बता दें कि आरोपी प्रवेश शुक्ला पर एससी एसटी एक्ट सहित कई धाराआंे में एफआईआर की गई है। वहीं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैंने निर्देश दिया है कि आरोपी को कठोरतम सजा दी जाए, कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए, आरोपी को ऐसी सजा दी जाएगी जो उदाहरण बने। शिवराज ने कहा कि अपराधी की ना तो कोई जाति होती है, अपराधी का ना कोई धर्म होता है, अपराधी की ना कोई पार्टी होती है, अपराधी केवल अपराधी होता है।
आपको बता दें कि आरोपी प्रवेश सीधी से 20 किलोमीटर दूर कुबरी गांव का ही रहने वाला है। उसका घर पंचायत भवन से 100 मीटर दूर है। वीडियो सामने आने के बाद बहरी पुलिस मंगलवार उसके घर पहुंची थी, लेकिन प्रवेश वहां नहीं मिला। पुलिस ने उसके पिता-माता और पत्नी को थाने बुलाकर पूछताछ की। परिवार ने घटना को लेकर किसी भी तरह की जानकारी होने से इनकार किया है। इसके बाद रात करीब दो बजे प्रवेश को गिरफ्तार कर लिया गया। प्रवेश का का वीडियो मंगलवार को वायरल हुआ था। ये वीडियो 10 दिन पुराना बताया जा रहा है। आरोपी कुबरी का रहने वाला है। वह सीधी जिले से ठश्रच् विधायक केदारनाथ शुक्ला का प्रतिनिधि रह चुका है। आदिवासी युवक के पहले मानसिक विक्षिप्त होने की जानकारी सामने आई थी, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हुई।