रिटायर्ड डीएसपी ने की आयोग में शिकायत, कहा- पुलिसकर्मियों के मानवाधिकार का हो रहा उल्लंघन
आयोग ने पूछा- पुलिस के लिए कितने उपलब्ध कराए मास्क और पीपीई किट
भोपाल। प्रदेश की जनता की सुरक्षा व लाकडाउन की व्यवस्था में लगे दो टीआई की कोरोना से मौत के बाद अब मानवाधिकार आयोग ने पुलिसकर्मियों की सुरक्षा के संबंध सुध ली है। आयोग ने मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव (होम) और डीजीपी को पत्र लिखते हुए चार बिन्दुओं पर जवाब मांगा है।
दरअसल, भोपाल निवासी रिटायर्ड DSP सतविंदर सिंह लल्ली ने आयोग से शिकायत करते हुए कहा है कि पुलिसकर्मी फील्ड पर तैनात होकर कोरोना संक्रमण के बचाव के लिए ड्यूटी पर हैं लेकिन उन्हें मास्क व पीपीई किट उपलब्ध नहीं कराया गया है। उन्होंने पुलिसकर्मियों को बलात ड्यूटी करने पर मजबूर करने की पुलिस आला अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए। रिटायर्ड डीएसपी ने की थी आयोग में शिकायत, कहा पुलिसकर्मियों के मानवाधिकार का हो रहा उल्लंघन। (देखें- शिकायती पत्र)
इस शिकायत पर संज्ञान लेते हुए आयोग ने आज सीएस, पीएस और डीजीपी से जवाब मांगा है। आयोग के अफसरों को चार बिन्दुओं पर रिपोर्ट देने के लिए 29 अप्रैल शाम 5 बजे तक समय दिया है। गौरतलब है कि बीते दिनों इंदौर जिले में टीआई की कोरोना से मौत हुई थी। इसके अलावा उज्जैन के भी एक टीआई की मौत कोरोना से हुई थी।
इन बिन्दुओं पर मांगा जवाब
- कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने के लिये प्रदेश भर में ड्यूटी पर तैनात किये गये पुलिस अधिकारियों एवं पुलिसकर्मियों को पर्याप्त गुणवत्ता के मास्क उपलब्ध कराये गये हैं या नहीं। इसके अलावा ड्यूटी पर तैनात किये गये पुलिस अधिकारियों एवं पुलिसकर्मियों की कुल संख्या कितनी है? कितने मास्क क्रय कर उपलब्ध कराये गये हैं?
- पुलिस अधिकारियों एवं पुलिसकर्मियों को उचित गुणवत्ता के पीपीई किट्स उपलब्ध कराये गये हैं अथवा नहीं? इस प्रयोजन हेतु कुल कितने पीपीई किट्स क्रय किये गये हैं?
- प्रदेश में कोविड-19 से संक्रमित पुलिस अधिकारियों और पुलिसकर्मियों की संख्या कितनी है? उनके उपचार की क्या व्यवस्था की गई है? उपचार के बाद भी कितने पुलिस अधिकारियों और पुलिसकर्मियों की मृत्यु हुई? कोरोना संक्रमण से पुलिस अधिकारियों और पुलिसकर्मियों की मृत्यु होने पर उनके परिवार के कल्याण हेतु शासन स्तर से क्या विशेष योजना तैयार की गई है या प्रस्तावित है?
- प्रदेश में कोविड-19 के दौरान व्यवस्था हेतु ड्यूटी पर लगाये गये पुलिस अधिकारियों एवं पुलिसकर्मियों पर हमला व अन्य अपराध किये जाने पर, ऐसा कृत्य करने वाले व्यक्ति/व्यक्तियों के विरुद्ध क्या कार्यवाही की गई है?