भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से सटा हुए नर्मदापुरम जिले में स्थित सतपुड़ा नेशनल पार्क में एक बाघ का शिकार हो गया। चिंताजनक तथ्य यह है कि बाघ का शिकार कोर एरिया में हुआ है और शिकारी उसका सिर भी अपने साथ ले गए। सवाल इसलिए भी उठ रहे हैं, क्योंकि कोर एरिया टाइगर के लिए सबसे सुरक्षित क्षेत्र माना जाता है। वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा यहां पर लगातार गश्त की जाती है। इस क्षेत्र में टाइगर का शिकार होना प्रबंधन की विफलता को उजागर कर रहा है। और भी चिंताजनक बात यह है कि टाइगर का शिकार हुए हफ्ते बीत गए, लेकिन अधिकारियों को अब जाकर उसकी जानकारी लगी। टाइगर का गल चुका शरीर पार्क के डबरादेव नाले के पास मिला है। शरीर के अन्य अंग तो अधिकारियों को मिले, लेकिन उसका सिर नहीं मिला। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि वन विभाग की पेट्रोलिंग टीम इस क्षेत्र में काफी दिन से सक्रिय नहीं है, क्योंकि शव एक हफ्ते से ज्यादा पुराना हो चुका है और शिकार की जानकारी इतने दिनों बाद मिली। आपको बता दें कि वन विभाग के अधिकारियों ने पहले इसे आपसी लड़ाई में मौत का मामला बताने की कोशिश की, लेकिन बाद में जब टाइगर के फोटो इंटरनेट में वायरल हो गए और इसका पैटर्न शिकार का दिखाई दिया तो अधिकारियों ने से शिकार मान लिया। वन विभाग अभी तक शिकारियों तक नहीं पहुंच पाया है।