भोपाल। रीवा नगर निगम के कमिश्नर और IAS सभाजीत यादव ने पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ल से चल रही तनातनी में पिछली शिवराज सिंह सरकार के कई कारनामों की पोल खोल दी है। यादव ने शुक्ल को अपनी मानहानि के लिए 5 करोड़ रुपये का नोटिस भी भेजा है।
यादव इससे पहले राजेंद्र शुक्ल को करीब 4 करोड़ वसूली का नोटिस देकर चर्चा में आए थे। उन्होंने ये नोटिस एक झुग्गी बस्ती के निवासियों को विस्थापन के एवज में पक्के मकान देने के वादे को लेकर दिया था। जिसके बाद दोनों में एक दूसरे के प्रति कड़वाहट बढ़ गई। अब यादव ने सीधे शुक्ल को मानहानि का नोटिस भेज कर कहा है कि शुक्ल ने राज्य मंत्रालय वल्लभ भवन में कहा है कि पिछली सरकार में उन्हें (यादव) को कैद करके रखा गया था। उन्होंने पूछा क्या मंत्रालय कोई जेल है या वहां जंजीरों से बांधा जाता है? उन्होंने ने तीन पेज के नोटिस में ऋण पुस्तिका में शिवराज का फोटो न होने पर करोड़ों रुपये के अतिरिक्त खर्च, मेधावी छात्रवृत्ति योजना में 10 करोड़ सिर्फ प्रचार पर फूंकने, उच्च शिक्षा विभाग के प्रोफेसरों को सजा देने में भेदभाव जैसे पिछली सरकार के कारनामे उजागर किए। साथ ही शिव-राज में खुद के IAS अवार्ड होने में हुई प्रताड़ना और पदस्थापना के साथ तबादलों का भी जिक्र किया है।
[…] […]