- ‘मेरा बूथ सबसे मजबूत’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिए टिप्स
- बूथ का नेतृत्व करने वाले लाखों कार्यकर्ताओं को किया संबोधित
- संकल्पों की सिद्धि के मजबूत सिपाही हैं भाजपा कार्यकर्ता
- कार्यकर्ता के लिए देशहित सर्वोपरि है, दल से बड़ा देश है
- भाजपा की सबसे बड़ी ताकत उसके कार्यकर्ता हैं
- मुस्लिम भाईयों को भड़काकर लाभ रहे रहे कुछ राजनीतिक दल
भोपाल, ब्यूरो। मध्य प्रदेश की धरती की भाजपा को दुनिया का सबसे बड़ा राजनीतिक दल बनाने में बहुत बड़ी भूमिका है। इस कार्यक्रम का हिस्सा बनते हुए मुझे हृदय से आनंद आ रहा है, गौरव हो रहा है। कुछ देर पहले मुझे देश के 6 राज्यों को जोड़ने वाली पाँच वंदे भारत ट्रेनों को एक साथ हरी झंडी दिखाने का अवसर मिला है। मैं मध्यप्रदेश, झारखंड, बिहार, कर्नाटक, गोवा और महाराष्ट्र की जनता को इस आधुनिक वंदे भारत ट्रेन की कनेक्टिविटी के लिए बधाई देता हूँ। इसमें मैं मध्य प्रदेश को विशेष बधाई दूंगा क्योंकि एकसाथ दो ट्रेन मेरे भाई-बहनों को मिली है। यह बातें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कही। वे राजधानी भोपाल में ‘मेरा बूथ सबसे मजबूत’ अभियान के तहत देशभर से आए हजारों बूथ कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। मंगलवार को भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में प्रधानमंत्री ने देशभर से चयनित बूथ कार्यकर्ताओं से आमने—सामने, जबकि साथ ही करीब 10 लाख बूथ कार्यकर्ताओं को वर्चुअली संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि आप (कार्यकर्ता) सिर्फ बीजेपी ही नहीं देश के संकल्पों की सिद्धि के भी मजबूत सिपाही हैं। भाजपा के हर कार्यकर्ता के लिए देशहित सर्वोपरि है, दल से बड़ा देश है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अब भोपाल से इंदौर और भोपाल से जबलपुर का सफर तेज, आधुनिक और सुविधायुक्त होगा। बूथ कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि साथियों, आप सभी अपने बूथ में वर्षभर बहुत व्यस्त रहते हैं। केंद्र सरकार के 9 वर्ष पूरे होने पर देशभर में जो कार्यक्रम हो रहे हैं, उसमें आप जो मेहनत करते हैं, उसकी जानकारी लगातार मुझ तक पहुंच रही है। मैं जब अमेरिका और मिस्र में था, तब भी आपके प्रयासों की जानकारी मुझे मिलती थी, इसलिए वहां से आने के बाद सबसे पहले आपसे मिलना ज्यादा सुखद और आनंददायक है। भाजपा की सबसे बड़ी ताकत आप सभी कार्यकर्ता हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा, भारतीय जनता पार्टी केन्द्रीय नेतृत्व, राज्यों के नेतृत्व, मध्य प्रदेश भाजपा नेतृत्व को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने इस कार्यक्रम की संरचना की। उन्होंने कहा कि आज मैं करीब 10 लाख बूथ कार्यकर्ताओं को वर्चुअली संबोधित कर रहा हूूं। शायद किसी भी राजनीतिक दल के इतिहास में जमीनी स्तर पर इतना संगठित कार्यक्रम कभी नहीं हुआ होगा। मैं गर्व से कहना चाहता हूँ कि मुख्यमंत्री, पार्टी अध्यक्ष, महासचिव, प्रदेश कार्यसमिति, ज़िला और मण्डल कार्यसमिति की मीटिंग होना तो लंबे समय से चल रहा है, लेकिन सिर्फ और सिर्फ बूथ का नेतृत्व करने वालों का सम्मेलन इतिहास में पहली बार हो रहा होगा। मोदी ने कहा कि आप सिर्फ बीजेपी ही नहीं, आप सिर्फ दल ही नहीं, देश के संकल्पों की सिद्धि के भी मजबूत सिपाही हैं। भाजपा के हर कार्यकर्ता के लिए दल से बड़ा देश है। जहाँ दल से बड़ा देश हो, ऐसे कर्मठ कार्यकर्ताओं से बात करने का मेरे लिए भी मंगल अवसर है।
मुस्लिम भाईयों को भड़काकर फायदा ले रहे दल
भारत के मुसलमान भाई बहनों को ये समझना होगा कि कौन से राजनीतिक दल उनको भड़का कर उनका राजनीतिक फायदा ले रहे हैं। हम देख रहे हैं कि यूनिफॉर्म सिविल कोड के नाम पर ऐसे लोगों को भड़काने का काम हो रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि जो भी तीन तलाक के पक्ष में बात करते हैं, जो भी इसकी वकालत करते हैं, वो वोट बैंक के भूखे लोग मुस्लिम बेटियों के साथ बहुत बड़ा अन्याय कर रहे हैं।
घोटालेबाजों से सावधान रहना, विपक्षी दलों के घोटाले गिनाए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस का घोटाला ही अकेले लाखों करोड़ों का है। 1 लाख 86 हजार करोड़ का कोयला घोटाला, 1 लाख 76 हजार करोड़ का 2G घोटला, 70 हजार करोड़ का कॉमनवेल्थ घोटाला शामिल है। 10 हजार करोड़ रुपए का मनरेगा घोटाला, हेलीकॉप्टर से लेकर पनडुब्बी तक कांग्रेस के घोटालों से कोई ऐसा क्षेत्र नहीं है जो कांग्रेस के घोटाले का हाथ का शिकार न हुआ हो। पीएम मोदी ने कहा कि आरजेडी पर हजारों करोड़ के घोटालों का आरोप है। चारा घोटाला, अलकतरा घोटाला, पशुपालन घोटाला, बाड़ राहत घोटाला आरजेडी के घोटालों की इतनी लंबी सूची है, अदालतें भी थक गई एक के बाद एक सजा घोषित करती चली जा रही है। तमिलनाडु में देखिए बीएमके पर अवैध तरीके से सवा लाख करोड़ रुपए की संपत्ति बनाने का आरोप, टीएमसी पर भी 23 हजार करोड रुपए से ज्यादा के घोटाले का आरोप, रोज वैली घोटाला, शारदा घोटाला, शिक्षक भर्ती घोटाला, गौ तस्करी घोटाला, कोयला तस्करी घोटाला। बंगाल के लोग ये घोटाला कभी भूल नहीं सकते।अगर मैं एनसीपी की बात करूं। एनसीपी पर भी करीब करीब 70 हजार करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप है। महाराष्ट्र स्टेट कोऑपरेटिव बैंक घोटाला, महाराष्ट्र सिंचाई घोटाला, अवैध खनन घोटाला। इनकी लिस्ट भी बहुत लंबी है। इन पार्टियों के घोटाले का मीटर कभी डाउन ही नहीं होता। इन पार्टियों के पास घोटालों का ही अनुभव है इसलिए अगर कोई गारंटी है इनकी, तो एक ही गारंटी है और वह गारंटी है घोटालों की गारंटी।
विपक्षी दलों के पास है भ्रष्टाचार की गारंटी
पीएम ने कहा कि आजकल बार-बार शब्द सुनने में आ रहा है। गारंटी, भाजपा के कार्यकर्ताओं की यह बहुत बड़ी जिम्मेदारी है कि लोगों को बताएं की असल में एक विपक्षी दल किस चीज की गारंटी है..? यह सारे लोग, ये दल में गारंटी है भ्रष्टाचार की। ये गारंटी है लाखों करोड़ रुपए के घोटाले की। राष्ट्रीय जनता दल ने किया यह घोटालाकुछ दिन पहले उनके यहां फोटो ऑप्शन कार्यक्रम हुआ था मिलकर के फोटो निकालने का कार्यक्रम हुआ था। इस बैठक में शामिल दलों के इतिहास को देखेंगे तो पता चलेगा कि वह सब मिलकर के जितने भी लोग फोटो में दिखते हैं ना, सबका मिलकर के टोटल लगाएंगे तो ये सारे मिलकर के कम से कम 20 लाख करोड़ के घोटाले की गारंटी है।
हर घोटालेबाज पर कार्रवाई की मेरी गारंटी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज मैं भी एक गारंटी देना चाहता हूं। अगर उनके घोटाले की गारंटी है, तो मोदी की भी एक गारंटी है और मेरी गारंटी है हर घोटालेबाज पर कार्रवाई की गारंटी, हर चोर लुटेरे पर कार्रवाई की गारंटी, जिसने गरीब को लूटा है, जिसने देश को लूटा है, उसका हिसाब तो होकर रहेगा।
आज जब कानून का डंडा चल रहा है, जेल की सलाखें सामने दिख रही है तब जाकर यह जुगलबंदी हो रही है। इनका कॉमन मिनिमम प्रोग्राम भ्रष्टाचार के विरोध एक्शन से बचने का ही है।
अपने बूथ की जनता को सच बताएं बूथ कार्यकर्ता
अपने बच्चों का भला करना है तो भाजपा को वोट दें
प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा के बूथ स्तर के कार्यकर्ता इस बात को गांव-गांव तक पहुंचाएंगे तो लोगों को उनकी वास्तविकता का पता चल ही जाएगा। अब देश को तय करना है, क्या ये घोटालों की गारंटी को देश स्वीकार करेगा। आपको गांधी परिवार के बेटे-बेटी एक का विकास करना हो तो फिर कांग्रेस का वोट दीजिए।आपको मुलायम सिंह जी के बेटे का भला करना है तो समाजवादी पार्टी को वोट दीजिए। अगर आप लालू परिवार के बेटे बेटियों का भला करना चाहते हो तो आरजेडी को वोट दीजिए। आपको शरद पवार जी की बेटे बेटी का भला करना हो तो आप एनसीपी को वोट दीजिए। आपको अब्दुल्ला परिवार के बेटे का भला करना हो तो आप नेशनल कांफ्रेंस को वोट दीजिए। आपके करुणा जी के बेटे बेटियों, पोते पोतियों का भला करना हो तो डीएमके को वोट दीजिए। आपको चंद्रशेखर राव की बेटी का भला करना हो तो आप पीआरएस को वोट दीजिए। लेकिन मेरी बात ध्यान से सुनिएगा अगर आपको अपने बेटे-बेटी का अपने पोते-पोती का, अगर आपको अपने परिवार के बच्चों का भला करना है तो आप वोट भाजपा को दीजिए।
तेज विकास, नियंत्रण में महंगाई
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत दुनिया के उन देशों में है जहां विकास तेजी से हो रहा है और महंगाई दर नियंत्रण में है। आप कल्पना कर सकते हैं कि कोरोना के बाद दुनिया के कितने देश हैं जहां महंगाई ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। उन देशों में गरीब हो, मध्यमवर्ग हो, आज महंगाई की वजह से हाहाकार मचा हुआ है। आप हमारे पड़ोस में ही देखे तो पाकिस्तान में महंगाई दर कितनी है? 38% से ज्यादा महंगाई दर है। श्रीलंका में महंगाई दर 25% से ज्यादा है। बांग्लादेश में महंगाई की दर 10% के आसपास है। भारत में अगर आप महंगाई की दर देखे तो 5% से भी कम है। यानी कोरोना के बावजूद, इतने समय से चले जा रहे युद्ध के बावजूद भारत में हमने महंगाई को बेकाबू नहीं होने दिया।
किसानों का किया कल्याण
प्रधानमंत्री ने कहा कि आप जरा पहले के अनुभव याद कीजिए, किसानों के साथ क्या होता था.? कांग्रेस की सरकारों के दौरान सूखा पड़ता था तो परेशानी किसान की होती थी, बाढ़ आती थी तो किसान की सुध लेने वाला कोई नहीं होता था। किसान के नाम पर मदद को बिचौलिए खा जाते थे। कांग्रेस की एक ही नीति थी पहले किसानों को संकट में पड़ने दो, फिर कर्ज माफी के नाम पर वोट की फसल काटो। ये उनका तरीका रहता था। आपने, 10 साल में कांग्रेस ने कुछ हजार करोड़ रुपए की कर्ज माफी का ऐलान किया लेकिन असली किसानों को यह लाभ कभी पहुंचा ही नहीं। आप जाकर देख लेना। कभी नहीं किया क्योंकि ज्यादातर जो छोटे किसान होते हैं उनका बैंक में खाता ही नहीं होता। वह तो साहूकार के पास से या और लोगों से पैसे लेकर के अपनी वैचारिकी गाड़ी चलाते हैं इसलिए कर्ज माफी के नाम पर राजनीति करते थे देते नहीं थे और छोटे किसान को नसीब ही नहीं होता था लेकिन भाजपा सरकार आज पीएम किसान सम्मान निधि से सीधा पैसा किसान के बैंक खाते में भेज रही है। इससे छोटे से छोटा किसान भी लाभान्वित हो रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यकर्ताओं को दिये 10 टिप्स
- कभी भी बूथ की इकाई को छोटा ना समझें।
- हम एयरकंडीशन कमरे से पार्टी नहीं चलाते।
- हम गांव-गांव घूम कर खुद को खपाते हैं।
- बूथ कमेटी ना होती तो शायद उज्जवला योजना नहीं होती।
- आपकी बदौलत गरीब के घर गैस-चूल्हा जला है।
- बीजेपी की पहचान सेवा भाव की होनी चाहिए।
- छोटे-छोटे गांव भी उपयोगी हो सकते हैं।
- आप अपना अखबार पढ़ कर वहां दे सकते हैं।
- आपकी सक्रियता से गांव के लोगों में विश्वास बढ़ेगा।
- आप लोगों की समस्या के निदान में योगदान दे सकते हैं।
बूथ कार्यकर्ताओं ने पूछे सवाल, प्रधानमंत्री ने दिया जवाब
प्रश्न: 1 : (राम पटेल, दमोह, मप्र – बूथ 171) आपने भी खुद मण्डल स्तर पर कार्यकर्ता बनकर काम किया है, ऐसे में आप राजनीति के अतिरिक्त सामाजिक जुड़ाव को कैसे देखते हैं?
प्रधानमंत्री का उत्तर : मुझे अच्छा लगा कि आप रोज की राजनीति के बजाय कुछ और लाए हैं। जो एक बूथ होता है, वो अपने आप में एक बहुत बड़ी इकाई है। हमें कभी भी बूथ की इकाई को छोटा नहीं समझना चाहिए। हमें अपने बूथ में राजनीतिक कार्यकर्ता से ऊपर उठकर समाज के सुख दुख के साथी के रूप में अपनी पहचान बनाना चाहिए। बहुत सी ऐसी चीजें होती हैं, जिसमें जमीन का फीडबैक बहुत जरूरी होता है। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री कोई नीति बनाता है, तो बूथ कार्यकर्ता की दी हुई जानकारी बहुत बड़ी ताकत होती है। हम उन में से नहीं हैं जो एसी कमरों में बैठकर पार्टी चलाते और फतवा निकालते हैं। हम गर्मी, बारिश, ठंड में जनता के बीच जाकर खुद को खपाने वाले लोग हैं। इस वजह से बूथ का बहुत मजबूत होना स्वाभाविक है। अगर ये बूथ कमेटी नहीं होती, तो उज्जवला योजना का विचार ही नहीं आता। आपके सुझाव से नीति बनी और गरीब के घर का चूल्हा जला। भाजपा कार्यकर्ता की पहचान सेवाभाव की होना चाहिए। जो काम लोगों को छोटे लगते हैं, वो बहुत उपयोगी होते हैं। हम एक नियम बनाएं कि अपने बूथ की एक जगह फिक्स करें और अखबार में जो कटिंग आई है, उसे लगा दें। आपकी खबर वहाँ लगेगी, तो लोगों को पता चलेगा। हर दिन एक कार्यकर्ता को जिम्मेदारी दो। मैंने एक कार्यकर्ता को देखा कि वह फर्स्ट एड बॉक्स रखता था, लोग उसके पास आते थे। घर में कोई भी तकलीफ पर लोग उसके पास पहुंचते थे। बूथ के अंदर संघर्ष की जरूरत नहीं है, सेवा ही मार्ग होता है। जब आप जनता से जुड़े छोटे-छोटे काम करोगे, तो मुझे विश्वास है कि पूरे बूथ में कोई परिवार नहीं होगा, जो आपसे दूरी करेगा। आपकी पहचान एक समाज सेवक की तरह बने, इसके लिए लगातार बूथ के लिए काम करें।
प्रश्न – 2: (सल्ला रामकृष्णन, आंध्रप्रदेश) हमारी सरकार केंद्र और प्रदेश स्तर पर काम कर रही है, हम जैसे कार्यकर्ता कैसे बेहतर काम करें?
प्रधानमंत्री का उत्तर : कार्यकर्ता के दिल में और ज्यादा काम करने की भूख होना, ये भी बहुत बड़ी ताकत है। 2047 में जब आजादी के 100 साल होंगे, भारत विकसित तब होगा, जब गाँव विकसित होगा। हर गाँव का संकल्प बनना चाहिए कि 2047 के पहले हमें अपना कार्यक्षेत्र डेवलप करना है। इसके लिए छोटे-छोटे प्रयास ही बहुत बड़ा असर दिखा सकते हैं। जैसे हमारा गाँव कैसे हरा-भरा हो, स्वच्छता हो, सोलर इनर्जी कैसे बढ़ाएँ। ज्यादा से ज्यादा लोग कैसे सौर ऊर्जा का प्रयोग करें, इसका प्रयास करें। बैंकों से मदद दिलवाएँ, आर्थिक सहयोग कैसे पहुँचे, इस पर काम करें। ड्रॉपआउट रेट आज बहुत कम होता जा रहा है, आप प्रयास करें कि आपके बूथ स्तर पर ड्रॉपआउट हो ही न स्कूलों में। कोई बच्चा स्कूल बीच में ही छोड़ रहा है तो उसके माँ-बाप से मिलें, स्कूल ले जाएं, समस्या पहचानें। अगर आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है, तो उसकी मदद का प्रयास करें। किसी को कहेंगे कि शुभ अवसर पर कार्यक्रम आँगनवाड़ी में मनाओ। हमें ऐसे तरीके ढूँढना चाहिए। डेरी का काम हो, तो दूध इकट्ठा कर कुपोषित बच्चों को पिलाओ। मेरा आग्रह है कि हम इन बातों को ज्यादा महत्व दें। अंकुरित मूंग, चना अपने घर में तैयार करें। सरकार से समाज जुड़ता है, तो परिणाम मिलते हैं। 2047 तक भारत को विकसित बनाना है तो ऐसी छोटी-छोटी समस्याओं को दूर करना होगा। हमारी शिक्षा नीति में बताया गया है कि प्रैक्टिकल लर्निंग ज्यादा जरूरी है। आप किसी स्कूल के मास्टर जी से बात करें कि आज मैं बच्चों को ले जाऊंगा, उन्हें पेड़ दिखाएँ, कभी कुम्हार का काम दिखाएँ। स्कूल जो करता होगा, वो करे लेकिन अगर कार्यकर्ता जुड़ेगा, तो बच्चों के जीवन में बदलाव आएगा। कई हस्तशिल्पी होते हैं, जब बच्चे उनको देखेंगे, तो उनका विश्वास बनेगा। मैं बूथ के भाजपा कार्यकर्ताओं से यही कहूँगा कि आप वहाँ के जनजीवन से जुड़िये। रोजमर्रा की जिंदगी में राजनीति नहीं आगे बढ़ने का इरादा होता है, इसमें आप जुड़िये, तो वो आपके साथ जुड़ेगा।
प्रश्न – 3: (रिपु सिंह, मोतीहारी, बिहार) सरकारी की योजनाओं को ज्यादा से ज्यादा लोगों के पास कैसे पहुँचाएँ?
प्रधानमंत्री का उत्तर : ये काम हमारे कार्यकर्ता करते आ रहे हैं, लेकिन हमें यह काम बेहतर तरीके से करना है। हमारा लक्ष्य 100% सेचुरेशन का है। जैसे गाँव में लोगों को पीएम आवास मिला होगा। जब घर मिल गया है, तो यह देखना चाहिए कि उन्हें मुद्रा योजना का लाभ मिल सकता है क्या? घर मालिक हैं, तो बैंक से पैसा मिल सकता है, इसमें आप मदद कर सकते हैं। आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं, उसे बताइए कि दूसरों को भी इसका लाभ मिला है। पहले जो बीमारी छिपाता था, वह नहीं छिपाएगा। ये काम अगर एक दायित्व समझकर करेंगे, तो सरकार की योजनाओं का सही लोगों को सही समय पर पूरा लाभ मिल सकता है। हमें गरीब को मुसीबत से मुक्त करना है। आप गाँव के लोगों को जानकारी देने के लिए सोशल मीडिया पर ग्रुप बना सकते हैं, नमो एप्प से जानकारी लेकर दे सकते हैं। जब आप याद कराओगे, तो काम की कीमत समझ में आएगी। आज उज्जवला योजना से गैस कनेक्शन मिलना कितना आसान हो गया है। तुलनात्मक ढंग से काम बताइए। आज 9 करोड़ नए घरों में नल से जल पहुँच गया है। मुझे मध्य प्रदेश के लोग बताते हैं कि लोग पानी की समस्या के कारण अपनी लड़की की शादी नहीं करते थे, आज उनकी शादी हो रही है।
प्रश्न – 4: (हिमानी वैष्णव, चमोली, उत्तराखंड) पहले सामाजिक न्याय के नाम पर तुष्टीकरण को बढ़ावा दिया गया, लेकिन हमने संतुष्टीकरण पर बल दिया। उनको भी पूछा जिनको किसी ने नहीं पूछा, इस अंतर को हम सामान्यजन को कैसे बताएँ?
प्रधानमंत्री का उत्तर : कुछ लोग केवल अपने दल के लिए जीते हैं, दल का भला करना चाहते हैं, क्योंकि उन्हें भ्रष्टाचार का, कमीशन का मलाई खाने का, कट मनी का हिस्सा मिलता है। उन्होंने जो रास्ता चुना है, उसमें मेहनत नहीं करना पड़ती। यह रास्ता है तुष्टीकरण, वोट बैंक का। गरीब को गरीब बनाए रखने में ही उनकी रोजी रोटी चलती है। यह देश के लिए महाविनाशक होता है, यह देश में विकास को रोकता है, समाज में दीवार खड़ी करता है। एक तरफ इस तरह के लोग अपने स्वार्थ के लिए छोटे-छोटे कुनबे दूसरों के खिलाफ खड़े कर देते हैं, दूसरी तरफ हम भाजपा के लोगों के संस्कार और संकल्प बड़े हैं, हमारी प्राथमिकता देश के लिए है। हम मानते हैं कि देश का भला होगा, तो सबका भला होगा। इसलिए हमने तय किया है कि हमें तुष्टीकरण और वोटबैंक के रास्ते पर नहीं चलना है। हम मानते हैं कि देश का भला करने का रास्ता तुष्टीकरण नहीं है। सच्चा रास्ता है – संतुष्टीकरण!
संतुष्टीकरण का रास्ता मेहनत वाला होता है, उसमें पसीना बहाना पड़ता है। अगर बिजली मिलेगी तो सबको मिलेगी, नल से जल का अभियान हर घर तक चलेगा, इसमें किसी के साथ भेदभाव नहीं होगा। जाति, बिरादरी, काका, भतीजावाद नहीं होगा। इसलिए हम संतुष्टीकरण के रास्ते पर बढ़ रहे हैं। हम देख रहे हैं कि तुष्टीकरण की राजनीति ने लोगों के बीच में खाई पैदा कर दी। हमने देखा कि यूपी में हमारे पासी, कोरी, खटीक भाई बहन राजनीति के शिकार हुए और विकास से वंचित रह गए। बिहार में दलित, महादलित और उसमें भी नई राजनीति! इस कारण एक दूसरे को लोग संशय से देखने लगे। दक्षिण भारत में भी राजनेताओं ने कई समाजों को बर्बाद करके रखा है। केरल में अदीयन, काट्टूनायकन, कोचुवेलन, जेनुकुरुवन जैसी जातियों को विकास के क्रम में पीछे छोड़ दिया गया। कर्नाटक में मलाईपूरी, कोटवालिया, बरोडिया जैसे समाज की उपेक्षा हुई। अनुसूचित जाति वर्ग की भी उपेक्षा हुई। तेलंगाना में कुलिया, चेंचू, मन्नाडोरा, तमिल नाडु में काडर, मुडुगर जैसे समाज को पीछे छोड़ दिया। केरल में अयनवर, तमिल नाडु में माविलन, ठोटी जैसी जातियों का क्या हाल करके रखा है! तेलंगाना में बारीकी, बाबूरी, अखामला, मश्चिमातंगी जाति को बर्बाद कर दिया गया। वोटबैंक की राजनीति में घूमन्तू जातियों की परवाह नहीं की गई। गड़रिया, लोहार जैसी जातियों को भी सरकार की योजना के लाभ से वंचित किया गया। पिछले 9 वर्षों में हमने छोटे-छोटे परिवारों की सुध ली, जिनकी पहले किसी ने सुध नहीं ली थी। पीएम स्वनिधि योजना के तहत रेहड़ी-पटरी वालों के लिए पहली बार बैंक के दरवाजे खोल दिये। इस बार के बजट में पीएम विश्वकर्मा योजना लाए हैं। हमारे विश्वकर्मा साथी जो हाथ और औजार से काम करते हैं, लोहार, सोनार, सुथार, मिस्त्री जैसे साथियों को मदद मिलने वाली है। सामाजिक न्याय के नाम पर वोट मांगने वालों ने सबसे अधिक अन्याय किया है। भाजपा सरकार ने हमारे बंजारा समाज के लिए वेल्फेयर बोर्ड गठित किया, ओबीसी कमीशन को संवैधानिक दर्जा दिया। भाजपा सरकार ही है जिसने पहली बार गरीब परिवार को आरक्षण का लाभ दिया। तुष्टीकरण और संतुष्टीकरण में इतना ही फर्क होता है। हमारा लक्ष्य है 100% सेचुरेशन!
प्रश्न – 6: (हेतलबेन जानी, सुरेन्द्रनगर गुजरात) भाजपा के खिलाफ कई दल एकजुट होकर लड़ने की कोशिश कर रहे हैं। आज एक दूसरे के खिलाफ लड़ने वाली पार्टी एकजुट होकर नाटक कर रही है, आप इसे कैसे देखते हैं?
प्रधानमंत्री का उत्तर : ऐसे लोगों पर गुस्सा मत कीजिए, दया कीजिए। हमने 2014 और 2019 का चुनाव देखा है। हाल क्या हुआ था याद है न? भाजपा के जो घोर विरोधी दल हैं, 2014 हो या 2019, वो कितने भी घोर विरोधी थे, इतनी छटपटाहट नहीं दिखी, जितनी आज दिख रही है। जिन लोगों को कुछ लोग पहले अपना दुश्मन बताते थे, पानी पी-पीकर कोसा करते थे, उनको आगे जाकर नतमस्तक हो रहे हैं। ये उनकी मजबूरी है। विपक्षी दलों की हरकतों, घबराहट से साफ है कि देश की जनता ने 2024 के चुनाव में भाजपा को वापस लाने का मन बना लिया है। 2024 में फिर एक बार भाजपा की प्रचंड विजय तय है, इसी वजह से ये सारे विपक्षी दल बौखलाए हुए हैं इसलिए इन्होंने तय किया है कि चुनाव से कुछ महीने पहले किसी भी तरीके से जनता को गुमराह करके कुछ लोगों को बरगलाकर सत्ता हासिल की जाए। आजकल एक नया शब्द बहुत पॉपुलर किया जा रहा है, वो है गारंटी! बार-बार शब्द आता है गारंटी। भाजपा कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी है कि लोगों को बताएँ कि असल में विपक्षी दल किस चीज की गारंटी है। ये सारे लोग, ये दल गारंटी है भ्रष्टाचार की! ये गारंटी है लाखों, करोड़ों रुपयों के घोटालों की। कुछ दिन पहले इनका फ़ोटो-ओप कार्यक्रम हुआ था। इन बैठक में शामिल दलों के इतिहास को देखेंगे तो पता चलेगा कि वो सब मिलकर के कम से कम 20 लाख करोड़ के घोटालों की गारंटी है। काँग्रेस का घोटाला ही अकेले लाखों-करोड़ों का है। 1.86 लाख करोड़ का कोयला घोटाला, 1.76 लाख करोड़ का 2G घोटाला, 70 हजार करोड़ रुपये का कॉमनवेल्थ घोटाला, 10 हजार करोड़ रुपये का घोटाला, हेलिकॉप्टर से सबमरीन से लेकर ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है, जो काँग्रेस के घोटालों का शिकार न हुआ हो। आरजेडी देख लीजिए – चारा घोटाला, अलकतरा घोटाला, पशुपालन शेड घोटाला, बाढ़ राहत घोटाला, इनकी सूची इतनी लंबी है कि सजा देते-देते अदालत थक गई। तमिल नाडु में देखिए, डीएमके पर अवैध तरीके से सवा लाख करोड़ की संपत्ति बनाने का आरोप, टीएमसी पर भी 23 हजार करोड़ से ज्यादा के घोटाले का आरोप, रोजवैली घोटाला, शारदा घोटाला, शिक्षक भर्ती घोटाला, गो तस्करी घोटाला, बंगाल के लोग ये घोटाला नहीं भूल सकते! एनसीपी पर 70 हजार करोड़ के घोटाले का आरोप है। महाराष्ट्र स्टेट कोऑपरेटिव बैंक घोटाला, सिंचाई, अवैध खनन घोटाला। इन पार्टियों के घोटालों का मीटर कभी डाउन नहीं होता! बीजेपी के किसी कार्यकर्ता को कोशिश करना चाहिए कि इन पार्टियों का घोटाला मीटर बनाए! इन पार्टियों के पास घोटालों का ही अनुभव है इसलिए अगर कोई गारंटी है इनकी, तो एक ही गारंटी है और वो है घोटालों की गारंटी। अब देश को तय करना है क्या यह गारंटी देश स्वीकार करेगा? मैं आप के बीच पल कर बड़ा हुआ हूँ, आपने मुझे यहाँ पहुंचाया है। मैं भी एक गारंटी देता हूँ, अगर उनकी घोटालों की गारंटी है तो मोदी की भी गारंटी है! मेरी गारंटी है हर घोटालेबाज पर कार्रवाई की गारंटी। हर चोर-लुटेरे पर कार्रवाई की गारंटी! जिसने गरीब को लूटा, देश को लूटा, उसका हिसाब तो होकर रहेगा! आज जब कानून का डंडा चल रहा है, जब सलाखें सामने दिख रही है, तब यह जुगलबंदी दिख रही है। इनका कॉमन मिनिमम प्रोग्राम भ्रष्टाचार के विरुद्ध एक्शन से बचने का ही है। भाजपा के बूथ स्तर के कार्यकर्ता इस बात को गाँव-गाँव तक पहुँचाएंगे, तो लोगों को इसका पता चल ही जाएगा! इस विपक्षी एकता की कोशिश के पीछे सभी दलों की क्या मंशा है! इनकी पहचान 20 लाख करोड़ रुपये के घोटालों की गारंटी है, यही उनका इतिहास है। गाँव में कोई भी अपराधी जब सजा काटकर आता है, तो लोग उसके पास जाते हैं और पूछते हैं कि जेल कैसी होती है! उनको खुद डर होता है! पटना से अच्छी जगह क्या हो सकती है! मैं देख रहा हूँ कि कई लोग, जो जमानत पर हैं, जो घोटालों के आरोपी हैं, जो भ्रष्टाचारी हैं, ऐसे लोग उन लोगों से जाकर मिल रहे हैं, जो सजा काट रहे हैं या जेल से आ रहे हैं। यह देश के लोगों को समझना है। देश के लोग हमसे ज्यादा अच्छे से ये बात समझते हैं। कोई गरीब ये नहीं चाहता कि उनके बच्चों के नसीब में गरीबी रहे। हमें लोगों को बताना होगा कि उन्होंने अपने बच्चों का भविष्य सुधारने के लिए जिनको वोट दिया, उसका परिणाम क्या हुआ। परिवार के नाम पर वोट मांगने वालों ने अपने परिवार का भला किया। आपको सोच समझकर तय करना है कि आप किसका भला होना देखना चाहते हैं। आपको गांधी परिवार के बेटे-बेटी का विकास करना हो तो काँग्रेस को वोट दीजिए, आपको मुलायम सिंह के बेटे का भला करना है, तो सपा को वोट दीजिए, आपको लालू परिवार का भला करना है तो आरजेडी को वोट दीजिए, आपको शरद पवार की बेटी का भला करना हो, तो एनसीपी का भला कीजिए, आपको अब्दुल्ला परिवार का भला करना हो तो नेशनल कांफ्रेंस को वोट दीजिए, लेकिन आप ध्यान से सुनना, अगर आपको अपने बेटे-बेटी का, पोते-पोती का, नाती-नातिन का भला करना है, तो आप वोट भाजपा को दीजिए!