नई दिल्ली: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की कैबिनेट में तीन भारतीय मूल के मंत्री भी हैं. बोरिस जॉनसन की कैबिनेट को ब्रिटेन की सबसे विविधतापूर्ण कैबिनेट कहा गया, जब ब्रिटेन की क्वीन एलिजाबेथ ने उन्हें प्रधानमंत्री नियुक्त किया था. बोरिस जॉनसन की टीम में भारतीय मूल के तीन मंत्री हैं. इन तीनों के अलावा भारतीय मूल के 15 सांसद उन 65 अश्वेत लोगों में शामिल है, जिन्हें 650 सदस्यों वाले हॉउस ऑफ कॉमन्स के लिए दिसम्बर में चुना गया है. ये ब्रिटेन की संसद का 10 फीसदी हिस्सा हैं और ब्रिटेन के अब तक के राजनीतिक इतिहास में ये सबसे विविधतापूर्ण संसद है.
ऋषि सूनक
इंफोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति के दामाद ऋषि सूनक को ब्रिटेन के राजकोष का नया चांसलर बनाया गया है, जो भारत के वित्त मंत्री के बराबर का पद है. हाल में हुआ बदलाव तब सामने आया जब पाकिस्तानी मूल के साजिद जाविद ने राजकोष के चांसलर के पद से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद पोस्ट ब्रेग्जिट विजन को देखते हुए बोरिस जॉनसन ने अपनी टीम को दोबारा आकार दिया.39 साल के सूनक हैम्पशायर में पैदा हुए और साल 2015 से यॉर्कशायर रिचमंड के सांसद रहे हैं. स्थानीय सरकार में वह जूनियर मिनिस्टर और राजकोष के चीफ सेक्रेटरी थे.
ऋषि सूनक की शादी नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता से हुई है, जो एक एमबीए ग्रेजुएट और इंवेस्टमेंट एक्सपर्ट हैं. पूर्व गोल्डमैन सैक्स के बैंकर को कंजरवेटिव पार्टी के एक राइजिंग स्टार के तौर पर देखा जाता है. इतना ही उन्हें अगला प्रधानमंत्री भी कहा गया. सूनक ने वित्त मंत्री के तौर भगवत गीता को छूकर पद की शपथ ली. उन्हेें इसके लिए आलोचना भी झेलनी पड़ी, जिसके बाद उन्होंने कहा कि वह भले ही ब्रिटेन की नागरिक हों, पर धर्म से खुद को हिंदू मानते हैं और उनकी जड़ेंं आज भी भारत से जुड़ी हुई हैं.
प्रीति पटेल
47 साल की प्रीति पटेल को होम सेक्रेटरी यानी गृृह मंत्री बनाया गया है. पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरुन ने पटेल को भारतीय प्रवासियों के बीच चैम्पियन के तौर पर नॉमिनेट किया था. उन्होंने सरकार और मजबूत स्थिति के साथ डेढ़ मिलियन आबादी वाले भारतीय समुदाय के बीच संवाद स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. हाल के सालों में वो कई बार गुजरात और भारत का दौरा कर चुकी हैं. ब्रिटेन की गृह मंत्री प्रीति पटेल ने 20 फरवरी बुधवार को एक नई अंक आधारित वीजा प्रणाली पेश की है, जिसका मकसद भारत सहित दुनिया भर से बेहतरीन प्रतिभाओं को आकर्षित करना है. इससे कम कुशल कर्मचारियों के प्रवेश को सीमित किया जा सकेगाा. ब्रिटेन के 31 जनवरी को यूरोपीय संघ से बाहर निकलने के बाद संक्रमण अवधि के खत्म होने पर एक जनवरी 2021 से नई प्रणाली लागू होगी.
आलोक शर्मा
इसके बाद हैं आलोक शर्मा. ऋषि सूनक, प्रीति पटेल और अलोक शर्मा को पिछले साथ जुलाई में ही बोरिस जॉनसन कैबिनेट में शामिल किया गया था. 51 साल के आलोक शर्मा जो कि इंटरनेशनल डेवलपमेंट सेक्रेटरी थे, उन्हें प्रमोट करके बिजनेस सेक्रेटरी बनाया गया है. अपनी नई भूमिका में वो वैश्विक जलवायु परिवर्तन वार्ता, जिसे सीओपी 26 के नाम से भी जाना जाता है, के लिए ग्लासगो में अगले चरण की वार्ता में हिस्सा लेंगे. शर्मा का जन्म आगरा में हुआ था. साल 2010 से वो सांसद रहे हैं और थेरेसा मे की सरकार में शिक्षा मंत्री थे. हाल के कंजरवेटिव लीडरशिप इलेक्शन के दौरान वो जॉनसन के सबसे बड़े समर्थकों में से एक रहे हैं.