नई दिल्ली:
देश में जारी कोरोना संकट के बीच भारतीय रेलवे ने श्रमिक ट्रेनों के अलावा 1 जून से 200 नॉन एसी ट्रेनों को चलाने का फैसला किया है. रेलवे ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है. रेलवे ने ट्वीट कर कहा कि, इन श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के अतिरिक्त भारतीय रेल 1 जून से प्रतिदिन 200 अतिरिक्त टाइम टेबल ट्रेनें चलाने जा रहा है जो कि गैर वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी की ट्रेन होंगी एवं इन ट्रेनों की बुकिंग ऑनलाइन ही उपलब्ध होगी. ट्रेनों की सूचना जल्द ही उपलब्ध कराई जाएगी.
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इन श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के अतिरिक्त भारतीय रेल 1 जून से प्रतिदिन 200 अतिरिक्त टाइम टेबल ट्रेनें चलाने जा रहा है जो कि गैर वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी की ट्रेन होंगी एवं इन ट्रेनों की बुकिंग ऑनलाइन ही उपलब्ध होगी। ट्रेनों की सूचना शीघ्र ही उपलब्ध कराई जाएगी।#IndiaFightCorona
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) May 19, 2020
इसके पहले भी रेलवे ने एक ट्वीट किया था. रेलवे ने ट्वीट किया था, ‘भारतीय रेल द्वारा निरंतर श्रमिक ट्रेनों का परिचालन जारी है: अब तक कुल 1600 ट्रेनों के माध्यम से लगभग 21.5 लाख श्रमिकों को उनके स्थानों तक पहुंचाया जा चुका है. श्रमिकों को बड़ी राहत देते हुए भारतीय रेल आज के दिन लगभग 200 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का परिचालन करने जा रहा है.
दूसरी तरफ लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान भी प्रवासी कामगारों का पलायन भी बड़े पैमाने पर जारी है. इसे देखते हुए केंद्र सरकार ने विशेष ट्रेनें चलाना शुरू किया था. हालांकि कुछ राज्यों ने श्रमिक ट्रेनों को अपने यहां आने की अनुमति नहीं दी थी. इसे लेकर रेलवे ने कहा है कि ट्रेनों के संचालन के लिए संबंधित राज्यों की अनुमति की जरूरत नहीं है. गृह मंत्रालय ने प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह राज्यों में पहुंचाने के लिए इन ट्रेनों को चलाने के वास्ते रेलवे के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) जारी की.
रेलवे के प्रवक्ता राजेश बाजपेई ने कहा, ‘श्रमिक विशेष ट्रेनों को चलाने के लिए उन राज्यों की सहमति की आवश्यकता नहीं है जहां यात्रा समाप्त होनी है.’ उन्होंने कहा, ‘नई एसओपी के बाद उस राज्य की सहमति लेना अब आवश्यक नहीं है जहां ट्रेन का समापन होना है.’