भोपाल। विख्यात आर्किटेक्ट चार्ल्स कोरिया द्वारा डिजाइन किए गए इंदिरा गांधी विधान भवन में विधायकों की असमय हो रही मौत का मामला एक बार फिर मध्यप्रदेश विधानसभा में गूंजा। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने सदन के विशेष सत्र में दिवंगत सदस्य बनवारीलाल शर्मा को श्रद्धांजलि के दौरान यह आशंका जताई। भार्गव ने कहा कि उनके 40 साल के संसदीय जीवन में उन्होंने देखा है कि हर विधानसभा में 10-11 सदस्यों तक का निधन हो जाता है। उनकी कई लोगों से बात हुई है। विधानसभा के भवन में कुछ न कुछ कारण है, जिसकी वजह से विधायकों की मौत हो जाती है। उन्होंने सलाह दी कि काशी से विद्वान बुला कर वास्तु दोष निवारण के अनुष्ठान कराना चाहिए। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीतासरन शर्मा ने खुलासा किया कि उनके अध्यक्षीय कार्यकाल में भी यह मामला चर्चा में आया था। उस समय विधानसभा में कुछ वास्तु सम्मत परिवर्तन कराए गए थे। वहीं राजस्व मंत्री गोविंद सिंह ने भार्गव के सुझाव पर सहमति जताई कि यदि कोई दोष है तो किसी जानकार वास्तु विशेषज्ञ को बुला कर दोष दूर कराना चाहिए।
मध्यप्रदेश विधानसभा का पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नाम पर बने इस भवन में 1996 से विधानसभा लग रही है। पहले भी कई बार इसके वास्तुदोष की चर्चा हो चुकी है। पिछली सरकार में इसके मुख्य प्रवेश द्वार को बदलने सहित कई परिवर्तन कराए गए थे, लेकिन विधायकों की असमय मौत का सिलसिला नहीं थमा।