इंदौर। भाजपा के एक नंबर विधानसभा से प्रत्याशी कैलाश विजयवर्गीय (kailash vijayvergiya) अपने बड़बोलेपन के लिए ख्यात हैं। अब उनका एक और बयान चर्चा में हैं। एक सभा को संबोधित करते हुए विजयवर्गीय ने कहा कि प्रत्याशियों की लिस्ट में अपना नाम देखकर आश्चर्य हुआ। क्योंकि सालों पहले मन बना लिया था कि चुनाव नहीं लड़ना है और संगठन का काम करना है। अंदर से खुश नहीं हूं। सच कह रहा हूं, इसलिए मेरी चुनाव लड़ने की इच्छा नहीं थी। एक माइंडसेट होता है लड़ने का। अपन तो बड़े नेता ही अब किसी के हाथ थोड़ी जोड़ेंगे। मैंने तो चुनाव में सभा करने की तयारी कर ली थी की रोज 8 सभा करूंगा 5 सभा हेलीकाप्टर से और तीन सभा कर से पर अब पार्टी ने फिर मैदान में उतारा है तो कार्यकर्ता ही तय करेंगे कि एक वोट से जीतना है या 1 लाख वोट से। इंदौर विधानसभा एक को विकास के मामले में भी नंबर एक बनाना है। यह बात विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 1 से भाजपा प्रत्याशी बनाए गए कैलाश विजयवर्गीय ने कही। विजयवर्गीय ने अपना पूरा संबोधन कार्यकर्ताओं को समर्पित किया। उन्होंने ये तक कहा कि यहां का हर एक कार्यकर्ता कैलाश विजयवर्गीय है। उन्होंने उपस्थित कार्यकर्ताओं से प्रचार के लिए इंदौर से बाहर जाने की अनुमति भी ली।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने प्रत्याशी घोषित करने के एक दिन बाद ही अपने अभियान की शुरूआत कर दी। बड़ा गणपति चौराहे पर विधानसभा एक के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए विजयवर्गीय ने कहा कि घोषित लिस्ट में अपना नाम देखकर उन्हें आश्चर्य हुआ। उन्होंने कहा कि बहुत साल पहले से वे मान चुके थे कि उन्हें अब चुनाव नहीं लड़ना है और अन्य प्रत्याशियों के लिए प्रचार और पार्टी संगठन का काम करना है। अब पार्टी ने चुनाव मैदान में उतारा है तो कार्यकर्ता ही तय करेंगे कि उनकी जीत एक वोट से होगी या एक लाख़ से होगी।विजयवर्गीय ने यह भी कहा कि देश के गृहमंत्री अमित शाह ने उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दी है। सरकार बनाने के लिए उन्हें पूरे प्रदेश में घूमना होगा इसलिए यहां कार्यकर्ता को चुनाव लड़ना पड़ेगा। हर कार्यकर्ता कैलाश विजयवर्गीय है और वही चुनाव लड़ रहा है। विजयवर्गीय ने कार्यकर्ताओं से इंदौर एक विधानसभा से बाहर जाने की अनुमति ली।विजयवर्गीय ने नहीं यह भी कहा कि सक्रिय रहकर काम करने का उनका रिकॉर्ड रहा है और इंदौर का विधानसभा एक विकास के मामले में भी नंबर एक बनेगा। उन्होंने कहा – यहां रिकार्ड जीत होनी चाहिए यह मेरी अपेक्षा है और बदले में कार्यकर्ताओं की अपेक्षा पूरी करना मेरी ज़िम्मेदारी होगी। अंत में कैलाश विजयवर्गीय ने एक बार फिर चुनाव लड़ने के निर्णय पर कहा कि पार्टी ने टिकट जरूर दिया लेकिन उन्हें दिल से खुशी नहीं है। वे तो प्रचार, सभा की तैयारी में थे लेकिन ईश्वर की इच्छा चुनाव लड़ाने की थी।
कैलाश विजयवर्गीय के पहले सत्यनारायण सत्तन ने भी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने यहां तक कहा कि कार्यकर्ता विजयवर्गीय को इतना आशीर्वाद दें कि वे प्रदेश के मुख्यमंत्री तक बने। इस सभा को सुनने के लिए बड़ा गणपति चौराहे पर हजारों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता नेता और संगठन पदाधिकारी मौजूद रहे। कार्यकर्ताओं के आग्रह पर कैलाश विजयवर्गीय ने गणेश भजन भी गाया।