इस बार 136वां जलविहार का पर्व मनाया जाएगा, 64
विमान होंगे शामिल
ललितपुर। जनपद में कल जलविहार पर्व (डोल ग्यारस )बड़े ही धूमधाम से मनाया जाएगा जिस की तैयारियां पूर्ण कर ली गयी । सुम्मेरा तालाब के घाटों और तालाब की सफाई का काम तेजी से चल रहा है।हम आप को बताते चलें कि जनपद में जलबिहार की काफी पुरानी परंपरा रही है। शहर में136वीं बार जलविहार पर्व का आयोजन बड़े ही धूमधाम के साथमनाया जाएगा। रामलीला हनुमान जयंती महोत्सव समिति के अध्यक्ष बृजेश चतुर्वेदी ने बताया कि शहर में जलविहार का पर्व वर्ष 1896 से मनाया जा रहा है। 136वीं बार यह पर्व बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि शहर में पूर्व की परंपरा के अनुसार इस बार भी जलविहार का पर्व श्रद्धा व. उत्साह के साथ मनाया जाएगा।
– जलविहार पर्व के दिन विभिन्न मंदिरों के 49 विमानों एवं घरों से
उठने वाले बाकी विमान समेत कुल 64 विमान जलविहार यात्रा में
शामिल होंगे। सबसे पहले विमान श्रीरघुनाथजी मंदिर से उठेगा और यहां आसपास के बाकी चार मंदिरों के विमान शामिल होंगे। पीली कोठी पर विमान पहुंचते है। यहां पर तीन मंदिरों के विमान इंतजार कर रहे होते हैं और विमानों की श्रृंखला बढजाती है और इसी क्रम में
आगे चलकर मोहल्ला रावरपुरा में मुरलीधर मंदिर के विमान के समेत
छह विमान, तो वहीं महावीरपुरा में छह विमान, घंटाघर पहुंचने पर पंद्रह मंदिरों के अन्य विमान, सावरकर चौक पर आठ मंदिरों के विमान और अंत में तालाबपुरा कारसदेव मंदिर पर विमान यात्रा में शामिल होते हैं इसके बाद तालाब के घाटों पर भगवान का वैदिक विद्वत्त परिषद के विद्वानों द्वारा मंत्रोच्चारण कर भगवान का जलाभिषेक कराया जाएगा।तो वहीं नरसिंह रामलीला समिति द्वारा विमान के विश्राम को लेकर मैदान में सभी तैयारियां पूर्ण कर ली जाती है। नरसिंह रामलीला मैदान में पहुंच कर विराजमान होंगे जहां पर रात आठ बजें नरसिंह मंदिर के पुजारी द्वारा विमानों में विराजमान भगवान की महाआरती की जाएगी। जिसके बाद विमान कटरा बाजार गणेश पंडाल पर पहुंचेंगे यहां भी भगवान की आरती के उपरान्त विमान जगदीश मंदिर पर आरती के बाद थानेश्वर मंदिर में आरती होगी। बाद में सभी विमान अपने अपने देवालय के लिए प्रस्थान करते हैं।
तालाब के घाटों पर गंगाजल से होगा
सुम्मेरा तालाब का पानी जलबिहार करने के लिए शुद्ध नहीं होने के कारण पिछले कई वर्षों से हर घाट पर गंगाजल की व्यवस्था की जाती है
वृंदावन का रासमंडल होगाआकर्षण का केंद्र
नरसिंह रामलीला मैदान में एक ओर विमान में भगवान श्री विराजमान रहेंगे तो वहीं दूसरी ओर वृंदावन के रासमंडल द्वारा रास किया जाएगा। यह आयोजन पहली बार किया जा रहा है ।