- पूर्व सीएम के गढ़ में गरजे सीएम शिवराज, लाड़ली बहना सम्मेलन को किया संबोधित
- ट्रैक्टर वाली बहनों को भी मिलेंगे 1 हजार, 3 हजार की जाएगी राशि
- बोले— 10 तारीख फिर आ रही है, फिर बहनों के खातों में 1 हजार रुपये आएंगे
- केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शिवराज सिंह चौहान को बताया मध्य प्रदेश का गौरव
- सिंधिया ने दिग्विजय सिंह और उनके बेटे जयवर्धन सिंह पर कसा तंज—
- एक थी बाप-बेटे की जोड़ी निराली, कर दी उन्होंने मिलकर मध्य प्रदेश की जनता की झोली खाली
- रावण जैसा अहंकार रहता सिर पर सवार, न उठे अपनी ऊंची गद्दी से एक इंच भी, नाम है उनका बंटाढार
भोपाल/ गुना। कमल नाथ और दिग्विजय सिंह ने तो सारी योजनाएं ही बंद कर दीं थी। कांग्रेस की सरकार में सिर्फ बर्बादी और तबाही थी। यह तो मध्य प्रदेश को अंधेरा देने वाले मिस्टर “बंटाधार” थे। प्रदेश में दस साल कांग्रेस की सरकार रही थी। बताओ- राघोगढ़ में भी सड़कें बनवाईं क्या? बिजली मिलती थी? पानी घर-घर पहुंचा? कांग्रेस ने पूरे मध्य प्रदेश को नरक बना दिया था। यहां (राघेगढ़) से जो मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह थे, उन्होंने क्या किया? कमल नाथ ने क्या किया? सारी योजनाएं एक-एक कर बंद कर दीं। कांग्रेस ने तो तीर्थ यात्रा तक बंद कर दी थी। यह बातें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुना जिले के राघौगढ़ में आयोजित ‘मुख्यमंत्री लाड़ली बहना सम्मेलन’ के दौरान कहीं। सीएम शिवराज ने जिले के लिए 134 करोड़ 12 लाख रुपये की लागत के विभिन्न विकासकार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन भी किया। शिवराज के साथ केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी कार्यक्रम में मौजूद रहे। आपको बता दें कि ऐसा पहली बार हुआ है जबकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के गढ़ में सभा की है।
3 हजार रुपये होगी राशि, ट्रैक्टर वालों को भी देंगे पैसा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि लाड़ली बहना का पैसा बढ़ाकर 3 हजार रु./महीना तक ले जाएंगे। 10 जुलाई की दोपहर 1 बजे इंदौर से ‘लाड़ली बहना’ का पैसा खातों में डाले जाएंगे। सभी जिलों में कार्यक्रम होगा। इसी दिन लाड़ली बहना सेना में शामिल बहनों का शपथ ग्रहण होगा। मुख्यमंत्री ने कहा, अब 21 साल की बहनों को पैसा दिया जाएगा। जिनके पास ट्रैक्टर है और 5 एकड़ तक जमीन है, उन्हें भी लाड़ली बहना योजना का लाभ दिया जाएगा।
बहनों से माफी मांगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं सभी बहनों और भाइयों को हाथ जोड़कर प्रणाम करता हूूं। शिवराज ने लाड़ली बहनों से माफी मांगते हुए कहा कि कुछ बहनें खड़ी हैं, उनके लिए बैठने की जगह कम पड़ गई, उनसे माफी मांगता हूं।
आप पर जिंदगी न्यौंछावर
सीएम ने कहा कि आपके इस प्यार पर जिंदगी न्योछावर है। मेरी बहनों, मैंने वचन दिया था कि हर महीने की 10 तारीख को आपके खाते में लाड़ली बहना योजना का पैसा आयेगा, मैंने अपना वचन निभाया। तुमने आज शिवराज को सगा भाई कहा है, जब तक सांस रहेगी, तुम्हारी जिंदगी में कोई तकलीफ नहीं आने दूंगा।
फिर आने वाली है 10 तारीख, 1 हजार रुपये आएंगे
सीएम ने कहा कि मेरे दिल ने कहा कि एक बार पैसा देने से काम नहीं चलेगा, इसलिए लाड़ली बहना योजना बनाई कि हर महीने अपनी बहनों के खाते में 1 हजार रुपए डालूंगा। 10 तारीख फिर से आने वाली है, फिर आपके खातों में एक—एक हजार रुपये आएंगे।
15 अगस्त के बाद 50 हजार नई सरकारी भर्तियां करेंगे
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में एक साल में एक लाख भर्तियों की बात दोहराते हुए कहा कि इस 15 अगस्त तक 1 लाख सरकारी भर्तियां पूरी कर दी जाएंगी। इसके बाद फिर 50 हजार नई सरकारी भर्तियां की जाएंगी।
मिस्टर बंटाढार ने नरक बना दिया था प्रदेश
सीएम शिवराज ने दिग्गी पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने पूरे मध्यप्रदेश को नरक बना दिया था। अंधेरा देने वाले मिस्टर बंटाधार थे।
दिग्गी और जयवर्धन पर सिंधिया ने साधा निशाना
केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को मध्य प्रदेश का गौरव है। सिंधिया ने कहा कि कुछ दिन पहले मुझे राघोगढ़ का एक व्यक्ति मिला था। उसने मुझसे कहा था कि’ एक थी बाप-बेटे की जोड़ी निराली, कर दी उन्होंने मिलकर मध्यप्रदेश की जनता की झोली खाली।’ रावण जैसा अहंकार रहता सिर पर सवार, न उठे अपनी ऊंची गद्दी से एक इंच भी, नाम है उनका बंटाढार।’
सिंधिया ने की शिवराज की तारीफ
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंच से मुख्यमंत्री सिंह चौहान की खूब तारीफ की। उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह चौहान की राघोगढ़ में उपस्थिति नए परिवर्तन का आगाज है। लाड़ली बहना योजना से कांग्रेस में घबराहट है। इसीलिए कमलनाथ ने 1500 रु. का ऐलान कर दिया, लेकिन कांग्रेस की बातों पर विश्वास मत करना। शिवराज जी लड़ली बहना की राशि को 3 हजार रुपए तक ले जाएंगे। सिंधिया ने कहा कि राघोगढ़ में गरीबों के लिए मोनोपॉली चलाई जाती है। यहां के विकास की प्रगति की चिंता नहीं है, लेकिन दूसरे प्रदेशों और दूसरे देशों तक की चिंता यहां से की जाती है। 1977 से एक ही परिवार इस क्षेत्र पर अपनी चक्की पीस रहा है। यहां विकास की उल्टी गंगा चल रही है। यहां सड़क नहीं है, बिजली नहीं है।