मुख्यमंत्री के साले संजय सिंह को बनाया उपाध्यक्ष, दी चुनाव प्रचार की कमान
2018 में शिवराज सरकार को उखाड़ फेंकने का हथियार बने थे संजय
भोपाल। कांग्रेस छोड़ कर बीजेपी में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थक पूर्व विधायकों को जयचंद का खिताब देने वाली कांग्रेस अब विभीषण के सहारे इनसे निपटेगी।
पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साले संजय सिंह मसानी को प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष बनाया है। इसके साथ ही संजय को चुनाव प्रचार प्रसार कार्य का कोआर्डिनेटर भी बनाया गया है।
संजय सिंह मसानी 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस में शामिल हुए थे। कमलनाथ ने उन्हें वारा सिवनी से टिकट दिया था, लेकिन कमलनाथ के ही खास निर्दलीय उम्मीदवार प्रदीप जायसवाल से वे बुरी तरह हारे थे। संजय को सिर्फ 10 हजार वोट मिले थे। बाद में जायसवाल कमलनाथ सरकार में मंत्री बने और संजय गुमनामी में चले गए। बीजेपी सरकार बनने पर जायसवाल ने शिवराज का सपोर्ट किया और उन्हें खनिज निगम का अध्यक्ष बना कर कैबिनेट मंत्री दर्जा दिया गया है।
शिवराज के इस दांव पर कमलनाथ को फिर चौहान के साले संजय की याद आई और 25 उपचुनाव से पहले उन्हें पद से नवाजा गया है। कमलनाथ एक बार फिर संजय को प्रचार में उतार कर शिवराज को पटखनी देना चाहते हैं।