शनिवार को मिले 544 नए मरीज, 6 की हुई मौत
इंदौर, भोपाल के बाद अब मुरैना और ग्वालियर में कोविड विस्फोट
भोपाल। किल कोरोना अभियान से मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस की गम्भीर स्थिति का खुलासा हो रहा है। इस अभियान में कोरोना संक्रमित मिलने की संख्या पांच गुना बढ़ गयी है। शनिवार को अब के सर्वाधिक 544 नए मरीज पाए गए हैं।
मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस की स्थिति गंभीर होती जा रही है। इससे भी ज्यादा गंभीर बात यह है कि सरकार के सामने सिर्फ वही आंकड़े पेश किए जा रहे हैं जिनमें परिणाम संतोषजनक एवं सुखद दिखाई देते हो। आज की तारीख में मध्य प्रदेश कितने राज्य स्थिति आउट ऑफ कंट्रोल है। ना केवल संक्रमण बढ़ रहा है बल्कि प्राथमिक जांच में पाया जा रहा है कि संक्रमण का कारण प्रशासनिक लापरवाही है। आम जनता पर नियम तो अपने वाले प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही 100% प्रमाणित एवं संक्रमण के लिए जिम्मेदार प्राप्त हो रही है। पिछले 24 घंटे में 500 से ज्यादा नागरिक पॉजिटिव पाए गए हैं। बताने की जरूरत नहीं कि यह बेहद चिंता की बात है।
संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं, मध्य प्रदेश द्वारा जारी कोरोनावायरस मीडिया बुलेटिन दिनांक 11 जुलाई 2020 (शाम 6:00 बजे तक) के अनुसार पिछले 24 घंटे में 13500 नागरिकों की सैंपल की जांच की गई। इनमें से 382 रिजेक्ट हो गए। 12976 नेगेटिव लेकिन 544 पॉजिटिव मिले। इसी के साथ मध्यप्रदेश में महामारी से पीड़ित नागरिकों की कुल संख्या 17201 हो गई है। 6 मरीजों की मौत के साथ कोरोनावायरस से मरने वालों की संख्या 644 और 198 डिस्चार्ज के साथ COVID-19 से जंग जीतने वालों की संख्या 12679 हो गई है। आज की तारीख में मध्यप्रदेश में 3878 नागरिक महामारी से पीड़ित है।
FACTS OF MP COVID-19 REPORT
13520 सैंपल में से 382 का रिजेक्ट हो जाना बड़ी लापरवाही के साथ खतरनाक भी है। इसका दूसरा अर्थ यह है कि मध्य प्रदेश के 382 नागरिकों की जान संकट में है। यदि वह वाकई महामारी से पीड़ित हैं तो उनकी रिपोर्ट आने से पहले उनकी मृत्यु भी हो सकती है। क्योंकि इस तरह के नागरिकों को आइसोलेशन में रखने या कोरोनावायरस के लिए निर्धारित डाइट देने का कोई प्रावधान नहीं है।
13500 सैंपल मैसेज 544 का पॉजिटिव पाया जाना, गंभीर चिंता का विषय है। यह औसत 4% से अधिक है जो मध्य प्रदेश के पिछले औसत 2% से दोगुना है।
मुरैना में कोरोना खतरे के निशान से ऊपर चल रहा है। ग्वालियर की स्थिति भी ऐसी है।
भोपाल एवं इंदौर में सुधार के बजाय बिगाड़ होता जा रहा है।
शिवपुरी जिले में प्रशासनिक लापरवाही के कारण संक्रमित नागरिकों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हो रही है। यहां एक्टिव केस की संख्या 100 से ज्यादा हो गई। यह मध्य प्रदेश का छठवां जिला है जहां एक्टिव केस की संख्या 100 से ज्यादा है।