भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) बुधनी से चुनाव लड़ेंगे। पार्टी ने पिछले दिनों उन्हें टिकट दिया है। अब कांग्रेस उनके सामने किसे चुनाव मैदान में उतारेगी? यह बड़ा सवाल है। ऐसे में एक नाम सबसे तेजी से उभरकर सामने आया है। कांग्रेस एक 28 साल की लड़की पर भरोसा जताने जा रही है। यह लड़की मामा शिवराज की भांजी की उम्र की है। नाम है- मेघा परमार। मेघा दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर चढ़कर रिकॉर्ड बना चुकी है। वाली मेघा (Megha Parmar) के नाम पर शुक्रवार को नई दिल्ली में केंद्रीय चुनाव समिति (CEC Congress) में चर्चा होने की खबर है। कमल नाथ ने पहले ही मेघा का नाम आगे बढ़ाया है। बताया जाता है कि कमल नाथ ने मेघा को पहले ही इशारा कर दिया था। मेघा कई दिनों से अपने क्षेत्र में सक्रिय दिख रही हैं। गौरतलब है कि सीहोर जिले की बुधनी (Budhni Assembly) महत्वपूर्ण विधानसभा सीट हैं, जहां से प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार 5 बार के विधायक हैं। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि 5 महीने पहले (9 मई 2023)को कांग्रेस में शामिल होने वाली मेघा को टिकट देने की योजना के पीछे कांग्रेस की गहरी रणनीति सामने आ रही है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी हर सभा में गुणगान करते हैं कि उन्होंने मध्य प्रदेश के पंचायत और निकाय चुनावों में महिलाओं को 50 प्रतिशत देकर आगे बढ़ाया है। ऐसे में जब मेघा उनके सामने होगी तो उनका रुख क्या होगा?
कांग्रेस यह संदेश देना चाहती है कि उनके युवा चेहरा को टिकट दिया है। इससे प्रदेश के युवाओं में ‘युवा राजनीति’ का संदेश देने की कोशिश की जाएगी।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की छवि मामा की है। लाड़ली लक्ष्मी और लाड़ली बहना जैसी योजनाओं का संचालन उनकी ही सरकार में शुरू हुआ है। ऐसे में जब मेघा मैदान में होगी तो सीएम शिवराज अपनी ‘भांजी’ पर ज्यादा आक्षेप नहीं लगा पाएंगे।
हाल ही में संसद ने ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ बनाया है। इसके अंतर्गत लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 फीसदी सीटों पर आरक्षण का प्रावधान है। मेघा परमार के माध्यम से बुधनी में कांग्रेस इस मुद्दे को भुनाने का प्रयास करेगी।
उत्तर प्रदेश में पिछले साल विधानसभा चुनाव में प्रियंका गांधी ने ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ अभियान चलाया था। उसके तहत यूपी में कई महिलाओं को टिकट दिया था। हाल ही में प्रियंका के मप्र दौरे के दौरान मेघा काफी नजदीक दिखाई दीं।
मेघा परमार मूल रूप से सीहोर जिले की निवासी हैं। पिछली बार कांग्रेस ने खरगोन जिले के नेता अरुण यादव को शिवराज सिंह चौहान के सामने लड़ाया था। अब कांग्रेस मूल निवासी के सिद्धांत के तौर पर मेघा पर विश्वास जताना चाह रही है।
आपको बता दें कि मेघा माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली पहली लड़कियों में से एक हैं। मध्य प्रदेश सरकार की ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ की ब्रांड एंबेसडर रह चुकी हैं। 5 देशों की सबसे ऊंची चोटी फतह करने का रिकॉर्ड बनाया है। समुद्र में स्कूबा डाइविंग में भी विश्व रिकॉर्ड बनाने का दावा वे करती हैं।