श्रीनगर:
पुलिस ने शुक्रवार को हुर्रियत कॉन्फ्रेंस ( Hurriyat Conference) के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक (Mirwaiz Umar Farooq) को श्रीनगर की जामिया मस्जिद (जामिया मस्जिद) में नमाज अदा करने के लिए अपने घर से निकलने पर रोक लगा दी. उल्लेखनीय है कि कुछ ही दिन पहले उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा था कि मीरवाइज नजरबंद नहीं हैं. मीरवाइज का वाहन जैसे ही उनके आवास के मुख्य द्वार पर पहुंचा, दो पुलिस अधिकारियों ने इसे रोक दिया और उनसे आवास के अंदर जाने को कहा.
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उन्होंने पुलिस अधिकारियों से पूछा, ‘‘उपराज्यपाल ने घोषणा की है कि मैं एक आजाद व्यक्ति हूं…मैं मीरवाइज के तौर पर अपने धार्मिक कर्तव्यों के निर्वहन के लिए जामिया मस्जिद जा रहा हूं. मुझे रोका क्यों जा रहा?” इस पर, एक अधिकारी ने जवाब दिया कि सुरक्षा समीक्षा की जा रही है, जिसके चलते उन्हें बाहर नहीं जाने दिया जाएगा. मीरवाइज ने कहा कि नागरिक के तौर पर उनके अधिकार छीने जा रहे हैं, जबकि उपराज्यपाल ने एक स्पष्ट बयान दिया था कि उनकी आवाजाही पर कोई पाबंदी नहीं है.
मीरवाइज ने अपने आवास के मुख्य द्वार से बाहर निकलने कोशिश की, लेकिन दो अधिकारियों के साथ मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोक दिया. मीरवाइज ने कहा, ‘‘कृपया मुझे लिखित में दीजिए कि मुझे क्यों रोका जा रहा है. केंद्रीय गृह मंत्री ने संसद में कहा था कि कश्मीर में कोई भी नजरबंद नहीं है. उपराज्यपाल ने इसी तर्ज पर अंतरराष्ट्रीय मीडिया को बयान दिये, लेकिन आप यहां मुझे रोकने आये हैं. ”
उन्होंने कहा कि सरकार दावा कर रही है कि कश्मीर में सबकुछ सामान्य हो गया है और लोग खुश हैं. उन्होंने अपने आवास के अंदर लौटने से पहले कहा, ‘‘मैं लोगों की खुशी में शरीक होना चाहता हूं. आप मुझे क्यों रोक रहे हैं?” सिन्हा ने पिछले हफ्ते बीबीसी को दिये एक साक्षात्कार में कहा था कि मीरवाइज नजरबंद नहीं हैं और उनके आसपास मौजूद पुलिसकर्मी सिर्फ उनकी सुरक्षा के लिए हैं.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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