उज्जैन जिले के ग्राम लिम्बी पीपल्या के सात किसानों के साथ बच्चा चोरी की अफवाह मे भीड़ ने हमला कर भयंकर मारपीट की,जिसमें एक व्यक्ति की मौत गई।
मनावर पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार लिम्बी पीपल्या के किसानों ने तिरला थाने में आने वाले ग्राम खडक्या के पाच मजदूरों को अपने यहा काम करनेके लिए पचास पचास हजार रूपए एड़वांस दे दिए थे। लेकिन मजदूर एक माह के भीतर ही बिना काम किए फरार हो गए। उन्हे ढूंढने के लिए सात लोग एक बोलेरो तथा एक मारूति में बैठ कर तिरला आए। वहा उन्होने थाने मे रिपोर्ट दर्ज कराकर खडक्या की ओर रवाना हो गए।इस दौरान फरार हुए मजदूरों ने अफवाह फैला दी कि दो गाडियों में बच्चा चुराने वाले आरहे है।जैसे ही किसान लोग वहा पहुचे तो भारी भीड ने गोफन,पत्थरों,लाठी और फालिए से उन पर हमला कर दिया।किसान लोग भागते हुए मनावर थाने के ग्राम बोरलाय तक आ गए।वे बुरी तरह घायल हो गए थे। भीड ने उनकी दोनो गडियों में आग लगा दी।
मनावर पुलिस को सूचना मिलते ही वह घटनास्थल पर पहुंच गई,बडी मुश्किल से छह घायल किसानों को भीड से बचाकर उन्हे मनावर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया।एक गंभीर रूपसे घायल गणेश पिता मनोज उम्र चालीस,निवासी शिवपुरखेडी को बडवानी रेफर किया गया,जहां उसने दम तोड दिया।अन्य घायलों में जगदीश राधेशाम शर्मा,नरेन्द्र सुंदरलाल,विनोद तुलसीराम मुकाती,रवि शंकरलाल पटेल,जगदीश पुनमचंद शामिल है।क्षेत्र में भीड की हिंसा का शिकार होने की यह पहली घटनाहै,जिसमें भीड के लोगो ने निरपराध किसानों के साथ जानवरों से भी बदतर मारपीट की। टीआई युवराजसिंह चौहान ने फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुच कर मारपीट करने वालो की तलाश शुरू कर दी है।