भोपाल। मध्य प्रदेश से मानसून (Mansoon) की विदाई शुरू हो गई है। मंगलवार को दक्षिण पश्चिम मानसून (South West Mansoon) प्रदेश के कई जिलों से विदा हो गया। मंगलवार शाम तक भिंड, ग्वालियर, दतिया, निवाड़ी, शिवपुरी, अशोकनगर, गुना, राजगढ़, शाजापुर, आगर मालवा, उज्जैन, नीमच, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ, धार और इंदौर से मानसून की विदाई हो गई। जल्द ही यह मानसून प्रदेश के अन्य जिलों से भी विदा हो सकता है। 10 अक्टूबर तक पूरे प्रदेश से मानसून की विदाई संभव है। अगस्त महीने में पानी के लिए तरसने वाले तने वाला मानसून विदाई के समय में अब अलग-अलग रंग दिखा रहा है। एक ओर 17 जिलों से विदाई ले चुका है, वहीं बुधवार को कुछ जिलों में भारी बारिश का अनुमान भी जारी किया है।
मौसम विभाग ने बुधवार को सिंगरौली और सीधी जिले में भारी बारिश का अनुमान जताया है। इसके अलावा रीवा, शहडोल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं गरज चमक के साथ वज्रपात भी हो सकता है। इसके साथ ही डिंडोरी, कटनी, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना और बैतूल जिलों में कहीं-कहीं गरज चमक और वज्रपात की घटनाएं होने का अनुमान है। मौसम विभाग ने सीधी और सिंगरौली जिले की अधिकांश हिस्सों में बारिश का अनुमान जताया है। इसके अलावा अन्य जिलों का मौसम शुष्क रह सकता है।
मंगलवार दिनभर में सिर्फ सीधी में ही बारिश हुई। यहां पर सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक 15 मिली मीटर पानी बरसा। इसके अलावा अन्य जिलों का मौसम शुष्क रहा।
तापमान में गिरावट
बारिश के जाते-जाते ही मध्य प्रदेश की कई शहरों में न्यूनतम तापमान में गिरावट का दौर जारी है। भोपाल, और ग्वालियर संभाग के जिलों में न्यूनतम तापमान में बड़ी गिरावट दिखाई दी। यहां लोगों को ठंड का एहसास हुआ। रायसेन में न्यूनतम तापमान गिरकर 13 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। इस महीने के आखिरी में ठंड दस्तक दे सकती है।
प्रदेश में सर्वाधिक अधिकतम तापमान मंगलवार को गुना, ग्वालियर और उज्जैन को अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
मौसम विशेषज्ञ आर के साहा ने बताया कि मानसूनी सीजन 1 जून से 30 सितंबर तक माना जाता है। इस दौरान हुई बारिश को ही मानसूनी बारिश का दर्जा मिलता है।आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में 24 जून को मानसून ने प्रवेश किया था। 25 जून को यह पूरे प्रदेश में सक्रिय हो गया था। 1 जून से 1 अक्टूबर तक औसत 37.22 इंच बारिश हो चुकी है। प्रदेश में इस बार 0.4% बारिश कम दर्ज हुई है। पूर्वी हिस्से में 4% कम बारिश तो वहीं, पश्चिमी हिस्से में 3% ज्यादा पानी गिरा है। प्रदेश में सर्वाधिक बारिश नरसिंहपुर में 51.75 इंच हुई। यहां की सामान्य बारिश 41.40 इंच है। भिंड की सामान्य बारिश 24.11 इंच है, जबकि यहां 34.22 इंच बारिश हुई। सिवनी, मंडला, बालाघाट, डिंडोरी, जबलपुर, सीहोर, रायसेन, अलीराजपुर, बुरहानपुर, छिंदवाड़ा, निवाड़ी, देवास, रतलाम, हरदा, बैतूल, अनूपपुर और नर्मदापुरम में 40 इंच से अधिक पानी गिरा। जबकि प्रदेश के 6 जिले सतना, गुना, अशोकनगर, दमोह, सीधी और रीवा अभी रेड जोन में हैं। इन जिलों में 24% से लेकर 32% तक बारिश कम हुई।