भोपाल। मध्य प्रदेश में मानसूनी बारिश का सिलसिला लगातार जारी है। बुधवार को भी एक दर्जन से अधिक जिलों में बारिश हुई। कुछ दिनों की राहत के बाद टीकमगढ़ में एक बार जनजीवन फिर से अस्त-व्यस्त हो गया। यहां 2 घंटे में ही 5 इंच से ज्यादा बारिश हो गई। वहीं, राजधानी भोपाल में दिन भर धूप निकलने के बाद शाम को हल्की बारिश ने लोगों को उमस का एहसास कराया। बुधवार दिन भर में सर्वाधिक बारिश छतरपुर जिले के खजुराहो में 24.4 मिलीमीटर रिकॉर्ड हुई। रतलाम में 22, भोपाल में 20 मिली मीटर पानी गिरा। उज्जैन, गुना, सतना, उमरिया, धार, इंदौर, पचमढ़ी और नौगांव में भी बारिश हुई। वहीं, मंगलवार-बुधवार के दरमियान 24 घंटे में छिंदवाड़ा में 62.4, रीवा में 39.4, खरगोन में 26.2, इंदौर में 22, रतलाम में 11 मिलीमीटर पानी गिरा, जबकि भोपाल, खंडवा, शिवपुरी, उमरिया, नर्मदापुरम, पचमढ़ी, गुना, सिवनी, धार, मंडला, दमोह, उज्जैन और बालाघाट और सागर में भी पानी गिरा। मौसम विभाग ने गुरुवार को भी प्रदेश के सभी जिलों में बारिश होने का अनुमान जताया है, लेकिन कहीं-कहीं गरज चमक के साथ बारिश होने की संभावना जताई है। इंदौर संभाग के जिलों और उज्जैन, देवास, रतलाम, आगर मालवा, मंदसौर, छिंदवाड़ा, बैतूल, सिवनी, अशोकनगर, शिवपुरी, गुना, विदिशा और सागर जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। हालांकि प्रदेश के किसी भी जिले में अत्यधिक भारी बारिश होने की चेतावनी नहीं जारी की गई है। मौसम विभाग के अनुसार अगले 2 से 3 दिनों के दौरान प्रदेश में मानसूनी बारिश का एक मजबूत तंत्र सक्रिय हो रहा है। यह पूरे प्रदेश को तरबतर करेगा। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार उत्तर प्रदेश, उड़ीसा और गुजरात के पास ऊपरी हवा का साइक्लोन बन रहा है। इस कारण अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से मध्य प्रदेश में नमी आ रही है। इसलिए मध्य प्रदेश में बारिश लगातार जारी है।