भोपाल। मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10वीं बोर्ड परीक्षाएं 1 मार्च, बुधवार से प्रांरभ हो रही हैं। वहीं, 12 वीं बोर्ड की परीक्षा 2 मार्च से शुरू हो रही हैं। इस बार मंडल ने परीक्षाओं में कई बदलाव किये हैं, जो कि विद्यार्थियों और उनके परिजनों के लिए जानना बेहद जरूरी है। मंडल के प्रवक्ता मुकेश मालवीय ने नवभारत टाइम्स डॉट कॉम को बताया कि सबसे खास बात यह है कि परीक्षा में सप्लीमेंट्री कॉपी यानि कि एक्ट्रा कॉपी नहीं दी जाएगी। हालांकि विद्यार्थियों को चिंतित होने की जरूरत नहीं है, अब 20 पेज की कॉपी की जगह 32 पेज की कॉपी दी जाएगी। 32 पेजों में ही बच्चों को सवाल हल करने होंगे, इससे ज्यादा पेज नहीं दिये जाएंगे। परीक्षा सुबह 08:45 बजे शुरू होगी, लेकिन विद्यार्थियों को 8:30 बजे रूम में पहुंचना अनिवार्य है।
विद्यार्थी बारकोड का उपयोग करके ओएमआर शीट भरेंगे, जैसे ही छात्रों को कॉपी मिलेगी तब मौजूद शिक्षक ओएमआर शीट बारे में जानकारी देंगे, ताकि बच्चों से कोई गड़बड़ी न हो। इसके लिए बकायदा शिक्षकों को प्रशिक्षण भी दिया गया है। परीक्षा मंडल ने बार कोड का प्रयोग नकल रोकने के लिए शुरू किया है। फिलहाल सिर्फ चार विषयों की उत्तर पुस्तिका में यह प्रयोग किया जा रहा है। अगले वर्ष सभी विषयों की बारकोडिंग की जाएगी। ओएमआर शीट को सिर्फ काला व नीला पेन से भरना होगा। आपको बता दें कि पूर्व में 10वीं-12वीं परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं में रोल नंबर छिपाने के लिए स्टीकर लगाए जाते थे।
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश बोर्ड की परीक्षाएं माध्यमिक शिक्षक मंडल संचालित करता है। 10वीं की परीक्षा 1 मार्च से शुरू होंगी और 27 मार्च को समाप्त होंगी। वहीं, 12वीं की परीक्षा 2 मार्च से प्रारंभ होकर 1 अप्रैल तक चलेंगी।
मध्य प्रदेश बोर्ड की परीक्षा में प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में विद्यार्थी परीक्षा देते हैं। इस वर्ष 10वीं और 12वीं मिलाकर कुल 18 लाख 22 हजार विद्यार्थी परीक्षा देंगे। इनमें 10वीं के 9 लाख 65 हजार और 12वीं के 8 लाख 57 हजार परीक्षार्थी शामिल हैं। पूरे राज्य में कुल 3852 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। 3099 सरकारी व 753 निजी स्कूलों शामिलों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है।
संवेदनशील परीक्षा केंद्र
राज्य में भिंड, मुरैना जिलों सहित कई केंद्र संवेदनशील होते हैं, जहां नकल के साथ हंगामा होने की आशंका होती है। इस वर्ष 618 केंद्र संदनशील व अति संवेदनशील हैं। कमाल की बात यह है कि भोपाल में भी 8 संवेदनशील परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।
हेल्पलाइन की मदद ले सकते हैं विद्यार्थी—परिजन
विद्यार्थियों की मदद के लिए “उमंग किशोर हेल्पलाइन” जारी की गई है, जिसका टोल फ्री नं. 14425 है। वहीं, बोर्ड की हेल्पलाइन 18002330175 जारी की गई है।
रिपोर्ट : दीपक राय