भोपाल। मध्य प्रदेश में 6 महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनावों झलक कुछ अलग होगी। कांग्रेस ने इसके लिए ’सनातन’ परंपरा फोकस करना शुरू कर दिया है। कांग्रेस अपनी सभी सभाओं में राम को दो दो वर्गों में बांटने जा रही है। पार्टी अब असली और नकली राम एवं असली और नकली हिंदू में अंतर बताएगी। पार्टी पूरी कोशिश कर रही है कि भाजपा के हिन्दुत्व कार्ड का काट निकाला जा सके। इसके लिए कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने इसके लिए एक व्यापक रणनीति बनाई है। कांग्रेस ने हिंदुत्व के एजेंडे पर प्लान बनाने का काम मुकेश नायक को दिया है। इसके साथ ही कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के मंच पर भाषण में हिंदुत्व के एजेंडे को भी शामिल करेंगे। इसकी शुरूआत भोपाल के गोविंदपुरा विधानसभा सीट से हो चुकी है। यह सीट भाजपा का अभेद किला है। 1 मई को मजदूर दिवस के मौके पर गोविंदपुरा में कांग्रेस ने बैठक की है। यहां पर कमल नाथ, सुरेश पचौरी, मुकेश नायक के भाषण में हिन्दुत्व का एजेंडा दिखाई दिया। भाषण में कमल नाथ ने कहा कि मैं भेल श्रम शक्ति के मंदिर को नमन करता हूं। पहले यहां हजारों की संख्या में मजदूर थे अब कुछ ही शेष बचे हैं। कमल नाथ ने इंदिरा गांधी को श्रेय देते हुए कहा कि इंदिरा जी के कानून मजदूरों के सम्मान के लिए बनाए थे। मैं हिन्दू हूं पर बेफकूफ नहीं हूं। कमल नाथ ने कहा कि अब मजदूरों को सोचना है कि खुद को बचाना है या भारतीय जनता पार्टी को। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि अब हर सभा में होने वाले भाषण में वरिष्ठ नेता हिन्दुत्व की बात करेंगे। भगवान राम, हनुमान, हिन्दुत्व की चर्चा की जाएगी। नेताओं के भाषण में हिन्दुत्व का पुट रखा जाएगा। कांग्रेस का कहना है कि भाजपा को टक्कर देना है तो इस रास्ते पर चलना ही होगा। मध्य प्रदेश कांग्रेस के सभी पोस्टरों और सोशल मीडिया में कमल नाथ की ऐसी तस्वीर लगाई जा रही है, जिसमें उनकी छवि एक हिन्दूवादी नेता की दिखाई जा रही है। आपको बता दें कि पिछले दिनों हनुमान जयंती में कमलनाथ सहित कई दिग्गज कांग्रेसी नेता अपने-अपने क्षेत्रों में आने वाले मंदिरों में पूजा-पाठ में शामिल हुए थे। खुद कमल नाथ छिंदवाड़ा जिले में थे और वहां पर सिमरिया हनुमान मंदिर सहित अन्य छोटे-छोटे मंदिरों में भी पूजा करने पहुंचे थे।