भोपाल। यह शर्मनाक भी है और दुःखदायी भी! जिनके बलिदान के कारण हम खुली हवा में साँस ले पा रहे हैं, उन्हें कोई कैसे आतंकवादी कह सकता है? मध्यप्रदेश सरकार से मेरी मांग है कि तुरंत ऐसे गैरज़िम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें।”
यह गुस्सा मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का है। और भड़काने वाली यह हरकत की है, ग्वालियर की जीवाजी university ने। यूनिवर्सिटी ने MA 3rd सेमेस्टर के पॉलिटिकल फिलासफी के पेपर में उग्रवादी और क्रांतिकारी आतंकवादी में अंतर पूछा है। छात्रों से क्रांतिकारी आतंकवादी के कार्यकलाप भी पूछे गए हैं। विश्वविद्यालय का यह पर्चा वायरल हो गया और इसे लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है। बता दें कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद विश्वविद्यालयों को लेकर सियासत तेज हो गई है। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता यूनिवर्सिटी में कुलपति और स्टूडेंट्स दो एडजंक्ट प्रोफेसर को लेकर आमने सामने आ चुके हैं।