एमपी के दमोह में विवादास्पद मिशन अस्प्ताल में फर्जी डॉक्टर द्वारा की गई हार्ट सर्जरी और उनमें सात मौतो के आरोपों के बीच आज राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के सदस्य प्रियंक कानूनगो का बड़ा बयान सामने आया है। आज बुधवार को दमोह पहुंचे कानूनगो ने बताया कि आयोग द्वारा इस मामले में जांच कराई गई है जिसकी रिपोर्ट आयोग के पास आई है और उसे जल्दी ही सार्वजनिक किया जाएगा लेकिन अभी तक जो बात सामने आई है उसमें जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी की लापरवाही साफ सामने आई है, कानूनगो के मुताबिक इस अस्प्ताल के मालिक अजय लाल को बचाने जांच में देरी की गई टाइम पास किया गया जो कि गलत है।
उन्होने कहा की जब डॉक्टर फर्जी था तो इलाज भी फर्जी ही हुआ और उन्हें भय है कि गलत इलाज की वजह से कहीं और लोग गंभीर शिकार न हो जाएं। कानूनगो ने ये भी कहा कि अपराध को धर्म के चश्मे से नही देखना चाहिए लेकिन धर्म की आड़ में अपराध करने वाले को पादरी भी न समझा जाये।
बाईट- प्रियंक कानूनगो ( सदस्य राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग)