कोरोना संकट काल में बड़े पैमाने पर प्रवासी मजदूरों के रोजगार के लिए गरीब कल्याण रोजगार योजना की लॉन्चिंग होने जा रही है. योजना की लॉन्चिंग 20 जून को पीएम नरेंद्र मोदी करेंगे. वहीं लद्दाख के गलवान घाटी में चीन की करतूत के बाद भारत अब उसे सबक सिखाने में जुट गया है. भारतीय रेलवे ने चीनी कंपनी से अपना एक करार खत्म कर दिया है. लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार रात को हुई हिंसक झड़प के बाद भारतीय सैनिकों के लापता होने की रिपोर्ट का भारत ने खंडन किया है. पढ़ें गुरुवार शाम की 5 बड़ी खबरें.
1. प्रवासी मजदूरों के लिए सरकार की नई योजना, 116 जिलों में मिलेगा रोजगार
कोरोना संकट काल में बड़े पैमाने पर प्रवासी मजदूरों ने घर वापसी की है. ऐसे में मजदूरों के पास रोजगार का संकट खड़ा हो गया है. इस हालात के बीच केंद्र सरकार एक खास अभियान शुरू करने जा रही है. इस योजना का नाम गरीब कल्याण रोजगार है. योजना की लॉन्चिंग 20 जून को पीएम नरेंद्र मोदी करेंगे. वहीं, इस योजना के बारे में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को मीडिया को जानकारी दी. इस योजना के तहत देश के विभिन्न भागों से पलायन कर अपने अपने गांव पहुंचे प्रवासी मजदूरों को रोजगार मुहैया कराया जाएगा.
2. चीन पर पहला एक्शन, चीनी कंपनी से 471 करोड़ का ठेका रेलवे ने किया रद्द
लद्दाख के गलवान घाटी में चीन की करतूत के बाद भारत अब उसे सबक सिखाने में जुट गया है. भारतीय रेलवे ने चीनी कंपनी से अपना एक करार खत्म कर दिया है. 2016 में चीनी कंपनी से 471 करोड़ का करार हुआ था, जिसमें उसे 417 किलोमीटर लंबे रेल ट्रैक पर सिग्नल सिस्टम लगाना था. इससे पहले सरकार ने BSNL और MTNL को निर्देश दिया था कि वो चीनी उपकरणों का इस्तेमाल कम करें. भारतीय रेलवे के डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (DFCCIL) ने बीजिंग नेशनल रेलवे रसिर्च एंड डिजाइन इंस्टीट्यूट ऑफ सिग्नल एंड कम्युनिकेशंस ग्रुप कॉ. लि. से करार खत्म कर दिया है.
3. गलवान में भारत का कोई जवान लापता नहीं, न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट सेना ने की खारिज
लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार रात को हुई हिंसक झड़प के बाद भारतीय सैनिकों के लापता होने की रिपोर्ट का भारत ने खंडन किया है. भारतीय सेना ने कहा है कि लद्दाख की गलवान घाटी में भारत-चीन के हिंसक संघर्ष में भारतीय सेना का कोई भी जवान लापता नहीं है. बुधवार को न्यूयॉर्क टाइम्स में इन चाइना – इंडिया क्लैश, टू नेशनलिस्ट लीडर विद लिटिल रूम टू गिव के लेख में भारतीय सैनिकों के लापता होने की बात का जिक्र था, जिसका भारत ने खंडन किया है.
4. राहुल गांधी को विदेश मंत्री का जवाब, कहा- 15 जून को हथियार लेकर गए थे भारतीय सैनिक
चीन सीमा पर भारतीय सैनिकों को निहत्थे भेजने के राहुल गांधी के सवाल पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने जवाब दिया है. विदेश मंत्री जयशंकर ने साफ कहा कि भारतीय सेना के जवान हथियार लेकर ही सीमा पर ड्यूटी करते हैं और 15 जून को भी सैनिक हथियार लेकर गए थे.
उन्होंने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा, ‘आइए हम फैक्ट को स्पष्ट करते हैं. सीमा पर ड्यूटी के दौरान सभी सैनिक हमेशा हथियार लेकर जाते हैं, खासकर जब चौकियों से निकलते हैं. 15 जून को गलवान घाटी में भी भारतीय सैनिकों ने ऐसा ही किया. हालांकि लंबे समय से चली आ रही प्रथा (1996 और 2005 के समझौतों) के चलते भारत-चीन सीमा पर झड़प के दौरान हथियार का इस्तेमाल नहीं करते हैं.’
5. Ground report: भारत-नेपाल सीमा पर तनाव, काली नदी के दोनों तरफ लोगों की आवाजाही बंद
इन दिनों नेपाल सरहद पर बहुत चौंकाने वाली गतिविधियां चल रही हैं. धारचूला से 55 किलोमीटर आगे मालपा के पास नेपाली सेना ने पहली बार काली नदी के किनारे एक हेलीपैड बनाया है, जबकि कई टेंट भी लगा दिए हैं. इनमें नेपाली सेना के दर्जनों जवान तैनात हैं. पिछले कुछ समय से नेपाल काली नदी से जुड़े कुछ इलाकों को अपना बता रहा है. हाल में नेपाल सरकार ने संसद में इस संबंध में एक नया नक्शा पास किया है.
धारचूला नेपाल और चीन से लगने वाला सरहदी इलाका है. धारचूला से चीन सीमा की दूरी 80 किलोमीटर है जहां पर धारचूला लिपुलेख राजमार्ग का निर्माण हुआ है. लेकिन नेपाल की सीमा धारचूला से ही शुरू हो जाती है.