हिंदू जागरण मंच ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कार्रवाई की मांग की
छिंदवाड़ा। जिला अस्पताल में कोरोना वायरस का इलाज करा रहे मरीज के लिए अस्पताल की नर्स और स्टॉफ के द्वारा ईसाई धर्म के अनुसार प्रभु यीशु की प्रार्थना करने का मामला विवाद में आ गया है। हिंदू जागरण मंच ने इसकी शिकायत कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
छिंदवाड़ा में कोविड-19 के दो एक्टिव मरीज हैं, जिनका इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। दोनों मरीजों की स्थिति में सुधार है। मरीजों के स्वास्थ्य को लेकर उनकी तीमारदारी कर रहे अस्पताल के स्टॉफ की एक प्रार्थना का वीडियो वायरल हुआ है। जिसमें अस्पताल की नर्स और अन्य स्टॉफ ईसाई धर्म के अनुसार प्रभु यीशु को उनके ठीक होने के लिए धन्यवाद दे रही हैं। साथ ही मरीजों की देखभाल करने वाले कर्मचारियों के लिए भी प्रार्थना की जा रही है। इसमें मरीज भी शामिल दिखाई दे रहे हैं।
वायरल वीडियो को लेकर अब राजनीति भी होने लगी है। छिंदवाड़ा के हिंदू जागरण मंच के पदाधिकारियों ने कलेक्टर के नाम एक ज्ञापन देकर आरोप लगाया है कि अस्पताल में भर्ती हिंदू मरीजों को जबरन ईसाई धर्म के अनुसार प्रार्थना में शामिल किया गया। आरोप लगाया गया है कि अस्पताल में इस तरह धर्म प्रचार किया जा रहा है, जो कानून के खिलाफ है। हिंदू जागरण मंच के जिलाध्यक्ष चीकू पाल ने ज्ञापन में कहा है कि अंधविश्वास फैलाने वाली नर्स एवं स्टॉफ को चिन्हित कर पूरी जांच के बाद तत्काल कार्यवाही कर दोषियों पर प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की जाए अन्यथा हिंदू जागरण मंच को आंदोलन करने पर विवश होना पड़ेगा।
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अधीक्षक को ज्ञापन देने पहुंचे मंच के जिला अध्यक्ष चीकू पाल के साथ योगेश कहार, जिलामंत्री संदीप यादव, मीडिया प्रभारी सुब्रत सरकार, महामंत्री शिवराम सतानकर, लखन वंशकार आदि पदाधिकारी उपस्थित थे।