प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर आत्मनिर्भर भारत का मंत्र दिया. इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स (ICC) के विशेष कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आत्म निर्भर भारत, आत्मनिर्भरता का ये भाव बरसों से हर भारतीय ने एक एस्पिरेशन की तरह जिया है, लेकिन फिर भी एक बड़ा काश, एक बड़ा काश, हर भारतीय के मन में रहा है.
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज देशवासियों के मन में एक काश है, काश हम मेडिकल के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होते. काश हम डिफेंस के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होते. काश हम सोलर पैनल के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होते. ऐसे कई उदाहरण हैं जहां पर देश में काश घूम रहा है. बीते 5-6 सालों में,देश की नीति और रीति में भारत की आत्मनिर्भरता का लक्ष्य सर्वोपरि रहा है.
कोरोना संकट का जिक्र करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि अब कोरोना संकट ने हमें इसकी गति और तेज करने का सबक दिया है. इसी सबक से निकला है- आत्मनिर्भर भारत अभियान. अब भारत के किसानों को अपने प्रोडक्ट, अपनी उपज देश में कहीं पर भी बेचने की आजादी मिल गई है.
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हर वो चीज, जिसे आयात करने के लिए देश मजबूर है, वो भारत में ही कैसे बने, भविष्य में उन्हीं का भारत निर्यातक कैसे बने, इस दिशा में हमें और तेजी से काम करना है. लोकल प्रोडक्ट्स के लिए जिस क्लस्टर बेस्ड अप्रोच को अब भारत में बढ़ावा दिया जा रहा है, उसमें भी सभी के लिए अवसर ही अवसर है.
उद्योग जगत से पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये समय अवसर को पहचानने का है, खुद को आज़माने का है और नई बुलंदियों की ओर जाने का है. ये अगर सबसे बड़ा संकट है, तो हमें इससे सबसे बड़ी सीख लेते हुए, इसका पूरा लाभ भी उठाना चाहिए.