कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) भारत-चीन सीमा विवाद मामले में लगातार केंद्र सरकार पर हमला बोल रहे हैं. उन्होंने एक बार फिर ट्विट करके सरकार पर निशाना साधा. राहुल गांधी ने ट्वीट में लिखा, ”कब होगी राष्ट्र रक्षा और सुरक्षा की बात?” इससे पहले भी उन्होंने अपने ट्वीट पर कई ट्वीट करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एनडीए सरकार पर हमला बोला है.
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चीन के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए शुक्रवार को भी अपने एक ट्वीट में पीएम मोदी से सवाल किया था. राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा था कि हमारे जवानों को बिना हथियार के किसने भेजा और क्यों भेजा?
बताते चले कि चीन के साथ तनातनी को लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच आरोप प्रत्यारोप के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मामलों का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यह कोई नहीं भूल सकता कि चीन ने 1962 के युद्ध के बाद भारत की 45,000 वर्ग किलोमीटर भूमि पर कब्जा कर लिया था.
पवार की टिप्पणी कांग्रेस नेता राहुल गांधी के उस आरोप पर थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन की आक्रामकता के चलते भारतीय क्षेत्र को सौंप दिया. उन्होंने यह भी कहा कि लद्दाख में गलवान घाटी की घटना को रक्षा मंत्री की नाकामी बताने में जल्दबाजी नहीं की जा सकती क्योंकि गश्त के दौरान भारतीय सैनिक चौकन्ने थे. पत्रकारों से बातचीत में पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवान ने कहा कि यह पूरा प्रकरण ‘‘संवेदनशील” प्रकृति का है. गलवान घाटी में चीन ने उकसावे वाला रुख अपनाया.
बता दें कि 5 जून की रात को पूर्वी लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल के पास स्थित गलवान घाटी में भारत और चीन के जवानों में हिंसक झड़प हो गई थी, जिसमें 20 भारतीय जवानों ने अपनी जान गंवा दी थी. इसमें भारतीय सेना के सूत्रों के अनुसार, चीनी सेना के 43 सैनिकों के हताहत होने की खबर आई थी, वहीं एक चीनी कर्नल मारा गया था. इस घटना से दोनों देशों के बीच में तनाव बहुत बढ़ गया है, जिसे दोनों ही देश बातचीत करके सुलझाने में लगे हुए हैं.
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