राफेल मामले पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. हालांकि अब केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए उन्हें लॉबिस्ट बताया है. रविशंकर प्रसाद ने कहा, राहुल गांधी कंपीटीटिव एयरक्राफ्ट कंपनियों के लॉबिस्ट की तरह काम कर रहे हैं. रविशंकर प्रसाद ने पूछा, उन्हें एयरबस का ईमेल कहां से मिला?
Union Law Minister Ravi Shankar Prasad: Rahul Gandhi is working as a lobbyist for competitive aircraft supplier companies. From where did he get the email of Airbus? Airbus itself is under clouds for deals during UPA regime pic.twitter.com/3PFpcM6nDJ
— ANI (@ANI) February 12, 2019
रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘राहुल गांधी का पीसी बेशर्मी और गैरजिम्मेदारी की पराकाष्ठा है. झूठ की मशीन से और कुछ उम्मीद नहीं. जमीन लूटने में बेल पर हैं. राहुल को एयरबस का इंटरनल ईमेल किसने भेजा? विपक्ष में रहते हैं तो दलाली से और सत्ता में भ्रष्टाचार से कमाते हैं. राहुल लॉबिस्ट का काम कर रहे हैं.’
राहुल गांधी ने क्या कहा था?
इससे पहले राहुल गांधी ने राफेल मामले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा था कि पीएम मोदी इस सौदे में बिचौलिये की भूमिका निभा रहे थे. उन्होंने दावा किया कि राफेल डील में एक ईमेल सामने आया है. नरेंद्र मोदी ने अनिल अंबानी के मिडिल मैन का काम किया. ये इस ईमेल से साफ है. इस ईमेल में एयरबस के एक एग्जीक्यूटिव ने लिखा है कि अनिल अंबानी ने राफेल डील साइन होने से 10 दिन पहले ही फ्रांस रक्षा मंत्री से मुलाकात की थी.
राहुल ने कहा कि एक के बाद एक इस मामले में सच सामने आ रहे हैं. पहले प्राइस की बात हुई, फिर रक्षा मंत्री ने कहा हमें नहीं मालूम, इसके बाद ओलांद की बात सामने आती है. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अब पीएम को जवाब देने की जरूरत है कि आखिर अनिल अंबानी को राफेल डील के दस दिन पहले ही सब कुछ कैसे पता था. रक्षा मंत्री, विदेश सचिव को इस बारे में नहीं पता है. अगर ये बात सच है तो फिर प्रधानमंत्री ने गोपनियता कानून का उल्लंघन किया है. पीएम ने राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया है. प्रधानमंत्री के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई होनी चाहिए.