मॉस्को : कोरोना का कहर दुनिया से खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. रूस ने गुरुवार को महज 24 घंटों में 11,231 नए कोरोना वायरस मामलों की सूचना दी. देश ने अपनी राजधानी मॉस्को में नए प्रतिबंध लगाए हैं. मॉस्को शहर इस महामारी के कारण सबसे अधिक प्रभावित हुआ है.
रूस में 11,231 नए संक्रमण के मामलों के साथ कोरोना वायरस मामलों की कुल संख्या 177,160 तक पहुंच गई है और रूस इस वायरस से लड़ने में कड़ा संघर्ष कर रहा है.
मॉस्को शहर 85,000 से अधिक मामलों और 860 से अधिक मौतों के साथ वायरस के एपिसेंटर के रूप में उभरा है. यहां तक कि मेयर सर्गेई सोबयानिन ने भी कह दिया है कि स्टे-ऑन-होम ऑर्डर को जल्द ही बंद नहीं किया जाएगा. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि उद्योग और निर्माण में लगे श्रमिकों को धीरे-धीरे काम शुरू करने की अनुमति दी जाएगी.
अब तक 48 लाख टेस्ट किए गए
रूसी स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने अब 4.8 मिलियन परीक्षण किए हैं. हालांकि, देश में कोरोनोवायरस की मृत्यु दर अन्य यूरोपीय देशों की तुलना कम है. अब तक यहां घातक वायरस से 1,625 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि अमेरिका, इटली और ब्रिटेन जैसे अन्य देशों में मौतों की संख्या भयवाह स्तर तक पहुंच चुकी है.
इस बीच, प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्तीन में वायरस का पता चलने के बाद अब यहां की संस्कृति मंत्री ओल्गा हिशिमोवा कोरोना पॉजिटिव आने वाली एक और शीर्ष अधिकारी बन गईं हैं.
ये भी पढ़ें- अमेरिका से लेकर इजराइल तक कोरोना से मौत पर ऐसे होता है अंतिम संस्कार
राष्ट्रपति ने संक्रमण की नई लहर के लिए किया आगाह
संकट के बीच रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने राज्यपालों को धीरे-धीरे लॉकडाउन को खत्म करने की योजना के साथ आने के लिए कहा है. साथ ही उन्होंने इस बारे में भी आगाह किया है कि यदि चीजें नियंत्रण से बाहर हुईं तो संक्रमण की एक नई लहर आ सकती है.
बता दें कि देश में 11 मई तक लॉकडाउन है. रूसी राष्ट्रपति ने कहा, हमें धीरे-धीरे आगे बढ़ना चाहिए, क्योंकि सबसे छोटी गलती की कीमत भी हमारे लोगों की सुरक्षा, जीवन और स्वास्थ्य की है.