भोपाल। मध्य प्रदेश की धरती पर इतिहास में पहली बार समरता यात्रा निकाली जा रही है। लक्ष्य प्रदेश की जनता में, समाज में समभाव और समरसता (Samrasta Yatra) बनाने का है। सागर में 100 करोड़ रुपये से भी अधिक राशि की लागत से बनने वाले संत श्री रविदास मंदिर के लिए सरकार पूरे प्रदेश की परिक्रमा भी करेगी। इस मंदिर की भव्यता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पूरे प्रदेश भर से इसके लिए मिट्टी इकट्ठी की जा रही है। सैंकड़ों नदियों का जल एकत्र किया जा रहा है। मध्य प्रदेश सरकार ने इसके लिए समरसता यात्रा निकालने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज शाम को सिंगरौली जिले के बैढ़न से संत श्री रविदास जी समरसता यात्रा का शुभारंभ करेंगे। सीएम शिवराज समरसता यात्रा में सम्मिलित होने वाले संतों का सम्मान भी करेंगे। आपको बता दें कि यह यात्रा नीमच, मांडव धार, श्योपुर, बालाघाट और सिंगरौली से निकाली जा रही हैं। इन सभी यात्राओं का समापन 12 अगस्त को सागर में होगा। इस दौरान यह यात्रा प्रदेश के 50 जिलों से होकर गुजरेगी। मुख्यमंत्री कार्यालय से जुड़े अधिकारी के अनुसार यात्रा का पूरा कार्यक्रम तैयार किया गया है। शासन का लक्ष्य यात्रा को भव्यता देना है। हमारी कोशिश है कि यह यात्रा पूरे प्रदेश को कवर करे। यात्रा के दौरान मंदिर निर्माण के लिए 313 विकास खंडों से मिट्टी और जल संकलित किया जाना है। इसमें 53 हजार गांव से मिट्टी और 315 नदियों का जल एकत्र किया जाएगा। इय समरसता यात्रा के दौरान संत रविदास जी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर केंद्रित एक रथ भी चलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में 12 अगस्त को संत रविदास जी के स्मारक निर्माण का शिलान्यास होगा। गौरतलब है कि 8 फरवरी 2023 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्मारक निर्माण की घोषणा की थी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने वादे के मुताबिक 185 दिन बाद ही स्मारक का शिलान्यास कर रहे हैं।